जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। गुरुवार को चसोटी गांव में मचैल माता यात्रा मार्ग पर यह दुखद घटना घटी। अधिकारियों के अनुसार, इस हादसे में कम से कम 60 लोगों की जान चली गई है, जिनमें ज्यादातर श्रद्धालु शामिल हैं। 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं और कई अभी भी लापता हैं।
घटना का विवरण
यह घटना दोपहर 12 से 1 बजे के बीच हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु मचैल माता मंदिर की वार्षिक यात्रा के लिए एकत्रित हुए थे। चसोटी मंदिर 9,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो यात्रा का अंतिम वाहन पड़ाव है। यहां से 8.5 किलोमीटर का पैदल रास्ता शुरू होता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है और लापता लोगों की तलाश जारी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
आगे की कार्रवाई
प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ाने का निर्णय लिया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके चलते यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इस घटना ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- मृतकों के परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा।
- घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
- लापता लोगों की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
यह भी ध्यान दें
यह घटना प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमारी संवेदनशीलता को उजागर करती है और हमें भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए बेहतर तैयारी करने की आवश्यकता है।