निमिषा प्रिया: फांसी की सजा टली, भारत सरकार की कोशिशें जारी

भारतीय नर्स निमिषा प्रिया, जिन्हें यमन में फांसी की सजा सुनाई गई थी, को फिलहाल राहत मिली है। भारत सरकार के प्रयासों के बाद स्थानीय प्रशासन ने उनकी सजा को टाल दिया है। निमिषा प्रिया पिछले आठ सालों से यमन की जेल में बंद हैं। उन्हें एक यमनी नागरिक की हत्या के मामले में वहां की सर्वोच्च अदालत ने मौत की सजा सुनाई है।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारतीय दूतावास लगातार यमनी प्रशासन के संपर्क में है और निमिषा प्रिया को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। भारत सरकार की ओर से उन्हें रिहा कराने की कोशिशें जारी हैं।

सजा टलने का कारण क्या है?

निमिषा प्रिया के वकील और परिजनों को मृतक तलाल अबदो मेहदी के परिवार से समझौता करने का समय दिया गया है। उन्हें 'ब्लड मनी' (खून की कीमत) लेने के लिए राजी करने का प्रयास किया जा रहा है। अगर मृतक का परिवार ब्लड मनी स्वीकार कर लेता है, तो निमिषा प्रिया की सजा माफ हो सकती है। इस मामले पर आज सुबह 10:30 बजे एक महत्वपूर्ण मीटिंग हुई, जिसके बाद सजा टालने का फैसला लिया गया।

आगे क्या होगा?

भारत सरकार निमिषा प्रिया को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ब्लड मनी के माध्यम से समझौता करने की कोशिशें जारी हैं। यह मामला बेहद संवेदनशील है और इसमें कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता है। उम्मीद है कि जल्द ही कोई सकारात्मक परिणाम सामने आएगा। निमिषा प्रिया के परिवार और भारत सरकार दोनों ही उनकी सुरक्षित वापसी के लिए आशान्वित हैं।

  • भारत सरकार के प्रयासों से मिली राहत
  • मृतक के परिवार से समझौते की कोशिश
  • निमिषा प्रिया की सुरक्षित वापसी की उम्मीद

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