विंबलडन में ओलिवर टारवेट की अविस्मरणीय यात्रा
विंबलडन 2025 में एक अप्रत्याशित सितारे का उदय हुआ - ओलिवर टारवेट। 733वीं रैंक वाले इस खिलाड़ी ने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों और विशेषज्ञों को समान रूप से आश्चर्यचकित कर दिया। हालांकि, उनका यह स्वप्निल सफर दो बार के मौजूदा चैंपियन कार्लोस अल्काराज़ के खिलाफ समाप्त हो गया।
सेंटर कोर्ट पर खेलते हुए, 21 वर्षीय क्वालीफायर टारवेट ने अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। उन्होंने अल्काराज़ को कड़ी टक्कर दी, लेकिन अंततः 6-1, 6-4, 6-4 से हार गए।
अल्काराज़ ने की टारवेट की प्रशंसा
मैच के बाद, अल्काराज़ ने टारवेट की प्रशंसा करते हुए कहा, "मैं ओलिवर को श्रेय देना चाहता हूं - मुझे उसका खेल पसंद है। सेंटर कोर्ट पर अपने पहले मैच में उसने जिस स्तर का खेल दिखाया, वह बहुत अच्छा था। मुझे पता था कि मुझे शुरुआत से ही बहुत ध्यान केंद्रित करना होगा। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं।"
अल्काराज़ ने यह भी कहा कि अगर टारवेट इसी तरह मेहनत करते रहे तो वे बहुत आगे जा सकते हैं।
टारवेट की प्रेरणादायक कहानी
टारवेट की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। एक सप्ताह पहले तक, टेनिस जगत में शायद ही किसी ने उनका नाम सुना था। सैन डिएगो विश्वविद्यालय में संचार और विपणन के छात्र टारवेट ने विंबलडन क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए 5,482 मील की यात्रा की।
उन्होंने मुख्य इवेंट में जगह बनाने के लिए तीन मैच जीते और सेंटर कोर्ट पर पहुंचकर उन्होंने आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन किया।
भविष्य की योजनाएं
हालांकि टारवेट को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने यह साबित कर दिया कि उनमें शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों को चुनौती देने की क्षमता है। वह अगले साल सैन डिएगो विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए लौटने की योजना बना रहे हैं।
- टारवेट ने विंबलडन में शानदार प्रदर्शन किया
- अल्काराज़ ने टारवेट के खेल की प्रशंसा की
- टारवेट अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए विश्वविद्यालय लौटेंगे