CISF में महिला शक्ति: IG रैंक में 50% महिलाएं, रचा इतिहास!

CISF में नारी शक्ति का बोलबाला: लैंगिक समानता की मिसाल!

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। CISF के इंस्पेक्टर जनरल (IG) रैंक के पदों में से 50% पर अब महिला अधिकारी कार्यरत हैं। यह भारत के किसी भी सशस्त्र बल में महिलाओं का सबसे अधिक अनुपात है, जो लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

CISF ने इस उपलब्धि को महिलाओं के बीच नेतृत्व को बढ़ावा देने और शीर्ष पदों पर लैंगिक समानता सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया है। बल की यह पहल अन्य संगठनों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत है।

कौन हैं ये महिला अधिकारी?

CISF में IG रैंक पर कार्यरत कुछ प्रमुख महिला अधिकारियों में शांति जयदेव, ज्योति सिन्हा और प्रतिभा अग्रवाल शामिल हैं। इन अधिकारियों ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है और वे अन्य महिलाओं के लिए आदर्श हैं।

CISF का इतिहास और विकास

CISF की स्थापना 1969 में केवल तीन बटालियनों के साथ हुई थी, जिसका उद्देश्य कुछ संवेदनशील सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को एकीकृत सुरक्षा कवर प्रदान करना था। आज, CISF 1,88,000 से अधिक कर्मियों के साथ एक प्रमुख बहु-कुशल संगठन बन गया है।

महिला कर्मचारियों के लिए विशेष डेस्क

CISF ने अपनी महिला कर्मचारियों के कल्याण के लिए भी कई कदम उठाए हैं। हाल ही में, विभाग ने 12,000 से अधिक महिला कर्मचारियों के मामलों के निस्तारण के लिए दिल्ली में CISF मुख्यालय में एक विशेष डेस्क बनाने की घोषणा की है। यह डेस्क विशेष रूप से महिला कर्मचारियों के मुद्दों और शिकायतों का समाधान करेगी।

CISF की यह उपलब्धि न केवल बल के भीतर लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह देश की अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करेगी कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ें।

आगे की राह

  • CISF में महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ावा देना।
  • महिला कर्मचारियों के लिए बेहतर कार्य वातावरण सुनिश्चित करना।
  • लैंगिक समानता के लिए अन्य संगठनों को प्रेरित करना।

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