जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बादल फटने से हाहाकार
अगस्त 2025 में जम्मू-कश्मीर में मौसम का कहर जारी है। लगातार बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। रियासी और रामबन जिलों में बादल फटने से कई लोगों की जान चली गई है, जिससे पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और भी गंभीर होने की आशंका है।
रियासी में भूस्खलन के कारण 7 लोगों की दुखद मौत हो गई, जबकि रामबन में बादल फटने से 4 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और राहत कार्य में जुटा हुआ है।
रेलवे ने फंसे हुए लोगों के लिए चलाईं विशेष ट्रेनें
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई तीर्थयात्री और पर्यटक जम्मू में फंस गए हैं। उनकी सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने जम्मू से तीन विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। ये ट्रेनें फंसे हुए लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद करेंगी। ट्रेन नंबर 04676 जम्मू से चेन्नई सेंट्रल के लिए रवाना होगी और कठुआ, पठानकोट कैंट, जालंधर, लुधियाना, रोहतक और नई दिल्ली जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रुकेगी।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने जम्मू, कठुआ, सांबा, ऊधमपुर, रियासी, राजौरी, रामबन, डोडा और किश्तवाड़ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लोगों को नदियों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।
- किश्तवाड़, कठुआ, रियासी और रामबन में बादल फटने की घटनाएं।
- 2 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी।
- नदियों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह।
जम्मू-कश्मीर में स्थिति गंभीर बनी हुई है और प्रशासन लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रयासरत है।