ओडिशा में छात्रा की आत्महत्या: यौन उत्पीड़न के आरोप और विपक्ष का बंद
ओडिशा के बालासोर जिले से एक दुखद खबर सामने आई है। एक 20 वर्षीय छात्रा, अपराजिता, ने कॉलेज परिसर में खुद को आग लगा ली, जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है।
अपराजिता के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को कॉलेज के एक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि अपराजिता ने कई बार इस बारे में शिकायत की थी, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की। पिता का कहना है कि अगर समय पर जांच और कार्रवाई होती, तो शायद उनकी बेटी जिंदा होती।
अपराजिता बालासोर के फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज से BEd कर रही थी। उसने अपने HoD समीर राजन साहू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
विपक्ष का हल्लाबोल और ओडिशा बंद का ऐलान
इस घटना के विरोध में सभी विपक्षी दलों ने आज ओडिशा बंद का ऐलान किया है। बंद के दौरान शांति बनाए रखने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी की है। स्कूल-कॉलेजों के बंद रहने की संभावना है।
बुधवार को न्यायिक जांच की मांग को लेकर बीजू जनता दल (बीजेडी) के विरोध-प्रदर्शन के दौरान दो पूर्व मंत्री समेत विपक्षी दल के कई कार्यकर्ता और नेता घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प भी हुई। पुलिस ने आंदोलन कर रहे बीजेडी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की और आंसूगैस के गोले छोड़े।
- आरोप: छात्रा ने प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया।
- प्रतिक्रिया: विपक्ष ने ओडिशा बंद का ऐलान किया।
- मांग: मामले की न्यायिक जांच की मांग की जा रही है।
यह घटना ओडिशा में शिक्षा संस्थानों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है। मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।