बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने हिना शहाब को अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। यह फैसला आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले लिया गया है, जिसे लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का एक महत्वपूर्ण दांव माना जा रहा है।
कौन हैं हिना शहाब?
हिना शहाब, सिवान के पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हैं। शहाबुद्दीन का बिहार की राजनीति में एक अहम स्थान रहा है, और उनकी पत्नी हिना शहाब को यह जिम्मेदारी सौंपना राजद के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। यह नियुक्ति अल्पसंख्यक समुदाय को साधने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
राजद का अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ
राजद ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय पदाधिकारियों का मनोनयन किया है, जिसमें हिना शहाब समेत आठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शामिल हैं। प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. अली अशरफ फातमी ने पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों की घोषणा की। राजद प्रवक्ता ने सभी से वोटर अधिकार यात्रा को सफल बनाने की अपेक्षा की है।
नीलम प्रवीण को भी मिली जिम्मेदारी
नवादा की एडवोकेट नीलम प्रवीण को भी राजद में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता बनाया गया है। नीलम प्रवीण लंबे समय से राजद की सक्रिय कार्यकर्ता रही हैं और उन्हें उनकी बेबाकी और संघर्षशील स्वभाव के लिए जाना जाता है।
मुस्लिम वोट बैंक पर नजर
बिहार में लगभग 17% मुस्लिम मतदाता हैं, जो सीमांचल, सिवान और कोसी क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। हिना शहाब को उपाध्यक्ष बनाकर राजद ने मुस्लिम वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। वहीं, दूसरी ओर, नीतीश कुमार के टोपी न पहनने को लेकर भी राजनीतिक चर्चाएं हो रही हैं। देखना यह है कि मुस्लिम समुदाय का विश्वास कौन जीतता है।
- हिना शहाब को राजद में बड़ी जिम्मेदारी
- अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ में नई नियुक्तियाँ
- बिहार चुनाव 2025 पर नजर
यह देखना दिलचस्प होगा कि हिना शहाब को यह जिम्मेदारी सौंपने से राजद को कितना फायदा होता है और बिहार की राजनीति में क्या बदलाव आते हैं।