15 अगस्त: भारत की स्वतंत्रता का ऐतिहासिक दिन
15 अगस्त भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन, 1947 में, भारत ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हुआ था। हर साल, इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो देशभक्ति और गर्व की भावना से भरा होता है। यह दिन उन अनगिनत बलिदानों की याद दिलाता है जो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आजाद कराने के लिए दिए थे। 79वें स्वतंत्रता दिवस पर पूरा देश आज़ादी का जश्न मना रहा है।
आजादी की तारीख कैसे तय हुई?
भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त कैसे तय हुई, इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है। लॉर्ड माउंटबेटन, जो उस समय भारत के अंतिम वायसराय थे, ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए इस तारीख को चुना। ब्रिटिश संसद ने इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 के तहत इस तारीख को मंजूरी दी, जिससे भारत को आधिकारिक तौर पर स्वतंत्रता मिली। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे गए सवाल से तय हो गई थी भारत की आजादी की तारीख।
15 अगस्त: सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, इन देशों के लिए भी खास
यह जानना दिलचस्प है कि 15 अगस्त न केवल भारत के लिए, बल्कि दक्षिण कोरिया और जापान सहित कई अन्य देशों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस दिन का ऐतिहासिक महत्व इन देशों के इतिहास में भी दर्ज है। भारत सदियों की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था।
स्वतंत्रता दिवस का महत्व
स्वतंत्रता दिवस भारत के लोगों के लिए बहुत महत्व रखता है। यह हमें अपनी स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्षों की याद दिलाता है और हमें अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास कराता है। यह दिन हमें एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।
- यह दिन भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने का दिन है।
- यह दिन भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लेने का दिन है।
- यह दिन भारत को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाने का संकल्प लेने का दिन है।
स्वतंत्रता दिवस पर, भारत के प्रधान मंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। इस दिन, पूरे देश में देशभक्ति गीत गाए जाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।