राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हो रहे क्रांतिकारी बदलावों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत का स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र एक महत्वपूर्ण परिवर्तन से गुजर रहा है, जो इसे और अधिक सुलभ और प्रभावी बना रहा है।
अपने संबोधन में, राष्ट्रपति मुर्मू ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा परियोजना, आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस योजना ने लाखों लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर उन लोगों को जो पहले इसे प्राप्त करने में असमर्थ थे। उन्होंने इस योजना के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, जो देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं।
राष्ट्रपति ने स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने नए अस्पतालों और चिकित्सा कॉलेजों की स्थापना, चिकित्सा पेशेवरों के प्रशिक्षण और स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देने जैसे प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन कदमों से देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को और अधिक मजबूत और लचीला बनाने में मदद मिलेगी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने देश के नागरिकों से स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और बीमारियों से बचने के लिए निवारक उपायों पर ध्यान देने का भी आग्रह किया। उन्होंने योग और ध्यान जैसी स्वस्थ आदतों को अपनाने और नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ नागरिक ही एक स्वस्थ और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।
अंत में, राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और देश के नागरिकों से भारत को एक मजबूत और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।