चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय: पेटेंट और नवाचार में नई पहचान

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) पेटेंट और नवाचार के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत पहचान बनाने की ओर अग्रसर है।

मेरठ स्थित यह विश्वविद्यालय, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रहा है। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने हाल ही में हुई एक बैठक में इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और शिक्षकों को पेटेंट के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उनका मानना है कि इससे गुणवत्तापूर्ण पेटेंट फाइलिंग, प्रकाशन और अनुदान की संख्या में वृद्धि होगी। विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि उसके शोधकर्ता और शिक्षक अधिक से अधिक नवाचार करें और उन्हें पेटेंट कराएं, जिससे विश्वविद्यालय का नाम रोशन हो।

एससीआरआईईटी (SCRIET) में इस संबंध में प्रथम चरण की बैठक आयोजित की गई, जिसमें पेटेंट और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि पेटेंट और नवाचार के क्षेत्र में प्रगति से न केवल विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ेगी, बल्कि छात्रों को भी बेहतर अवसर मिलेंगे।

इसके अतिरिक्त, गार्गी गर्ल्स स्कूल गंगानगर में दो दिवसीय मल्हार संगीत महोत्सव का आयोजन किया गया। इस महोत्सव में राग बहार, रॉक बैंड और युगल गायन जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इस तरह के आयोजन छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करते हैं और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं। दीवान स्कूल ने समूह गान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

विश्वविद्यालय ने यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहली कटऑफ सूची भी जारी कर दी है। छात्र 12 अगस्त तक दाखिला ले सकते हैं। यह सूची 12वीं कक्षा के प्रतिशत और वेटेज के आधार पर तैयार की गई है। विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम, एलएलबी, बीएल आईएससी, डिप्लोमा आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेश मेरिट के आधार पर होंगे।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है, जिसका उद्देश्य छात्रों को बेहतर भविष्य के लिए तैयार करना है।

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