खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए एक बड़ी खबर! साल 2027 में होने वाले पूर्ण सूर्य ग्रहण का इंतजार तो है ही, लेकिन उससे पहले 21 सितंबर 2025 को एक आंशिक सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा।
क्या होगा इस आंशिक सूर्य ग्रहण में?
इस आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के केवल एक हिस्से को ढकेगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण जितना प्रभावशाली नहीं होगा, लेकिन फिर भी यह एक दर्शनीय घटना होगी। खगोलविदों की इस पर गहरी नजर है।
कब होगा यह ग्रहण?
यह आंशिक सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को भारतीय समयानुसार रात लगभग 11:00 बजे शुरू होगा और 22 सितंबर को तड़के 3:24 बजे तक चलेगा। चूंकि इस समय दुनिया के कई हिस्सों में रात होगी, इसलिए यह हर जगह दिखाई नहीं देगा।
क्या भारत में दिखेगा यह ग्रहण?
नासा के अनुसार, 21 सितंबर 2025 को लगने वाला आंशिक सूर्य ग्रहण पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अंटार्कटिका में दिखाई देगा। भारत में इसके दिखने की संभावना कम है, क्योंकि उस समय यहां रात होगी। हालांकि, खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोग ऑनलाइन माध्यमों से इस ग्रहण को देख सकते हैं।
क्यों महत्वपूर्ण हैं सूर्य ग्रहण?
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने से आंशिक या पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है। यह वैज्ञानिकों के लिए सूर्य के बारे में अध्ययन करने का एक अनूठा अवसर होता है।
- सूर्य ग्रहण दुर्लभ खगोलीय घटनाएं हैं।
- यह वैज्ञानिकों को सूर्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करते हैं।
- यह खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए एक अद्भुत अनुभव होता है।
2027 के पूर्ण सूर्य ग्रहण पर भी नजर
हालांकि 2025 का आंशिक सूर्य ग्रहण महत्वपूर्ण है, लेकिन खगोलविदों की नजरें 2027 में होने वाले पूर्ण सूर्य ग्रहण पर भी टिकी हैं, जिसे 'सदी का ग्रहण' कहा जा रहा है। यह ग्रहण और भी दर्शनीय होने की उम्मीद है।