डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम: प्रेरणादायक जीवन और मेरठ में 'कलाम को सलाम'

भारत के पूर्व राष्ट्रपति, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, एक महान वैज्ञानिक, शिक्षक और प्रेरणादायक व्यक्ति थे। उनकी पुण्यतिथि पर, पूरे देश में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। प्रयागराज के सरोज विद्या शंकर इंटर कॉलेज में कारगिल विजय दिवस के साथ उनकी पुण्यतिथि मनाई गई। छात्रों ने उनके जीवन और देश के प्रति योगदान को याद किया।

इस अवसर पर, मेरठ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अल्पसंख्यक मोर्चा उत्तर प्रदेश द्वारा 'कलाम को सलाम' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. कलाम के प्रेरणादायी जीवन, वैज्ञानिक योगदान और देश के प्रति उनकी समर्पण भावना को याद करना था।

कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम, पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन और उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

शाहनवाज हुसैन ने कार्यक्रम में बोलते हुए हाशिमपुरा दंगे के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम ने हमेशा देश को आगे बढ़ाने की बात की और हमें उनके आदर्शों का पालन करना चाहिए।

डॉ. कलाम का जीवन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने दिखाया कि कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है। उनका योगदान भारत के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।

डॉ. कलाम के कुछ प्रमुख योगदान:

  • भारत के मिसाइल कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान
  • पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका
  • 'इंडिया 2020' नामक पुस्तक लिखकर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का विजन दिया

'कलाम को सलाम' कार्यक्रम: एक संक्षिप्त विवरण

यह कार्यक्रम डॉ. कलाम के जीवन और कार्यों को श्रद्धांजलि देने का एक प्रयास था। इसमें वक्ताओं ने उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में देशभक्ति गीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।

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