आधार कार्ड: बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट क्यों है ज़रूरी, जानिए!

आधार कार्ड अपडेट: बच्चों के लिए ज़रूरी सूचना

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड धारकों, खासकर बच्चों के आधार कार्ड को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। अगर आपके बच्चे की उम्र 5 साल से अधिक है, तो उनके आधार कार्ड का बायोमेट्रिक विवरण अपडेट कराना अनिवार्य है।

क्यों ज़रूरी है बायोमेट्रिक अपडेट?

UIDAI के अनुसार, 5 साल की उम्र के बाद बच्चों के फिंगरप्रिंट, आंखों की स्कैनिंग और फोटो अपडेट कराना आवश्यक है। यह अपडेट 5 से 7 साल की उम्र के बीच नि:शुल्क किया जाता है। यदि यह अपडेट समय पर नहीं कराया जाता है, तो बच्चे का आधार नंबर निष्क्रिय (डी-एक्टिवेट) हो सकता है।

यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि आधार कार्ड की प्रामाणिकता बनी रहे और बच्चों की पहचान सुरक्षित रहे। समय के साथ बच्चों के बायोमेट्रिक विवरण बदलते रहते हैं, इसलिए उन्हें अपडेट करना ज़रूरी है।

आधार कार्ड धोखाधड़ी से कैसे बचें?

डिजिटल लेनदेन के युग में आधार कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं। UIDAI ने इससे निपटने के लिए कई सुरक्षा उपाय किए हैं। इनमें से एक है आधार कार्ड पर सिक्योर QR कोड। यह QR कोड कार्ड धारक की डेमोग्राफिक जानकारी और फोटो सहित कई महत्वपूर्ण विवरण प्रदान करता है, जिससे असली और नकली आधार कार्ड की पहचान करना आसान हो जाता है।

QR कोड से कैसे करें पहचान?

आप UIDAI द्वारा जारी mAadhaar ऐप का उपयोग करके आधार कार्ड पर दिए गए QR कोड को स्कैन कर सकते हैं। स्कैन करने पर आपको कार्ड धारक की जानकारी और फोटो दिखाई देगी। यदि जानकारी मेल नहीं खाती है, तो कार्ड नकली हो सकता है।

निष्कर्ष

अपने बच्चों के आधार कार्ड को समय पर अपडेट कराएं और UIDAI द्वारा प्रदान किए गए सुरक्षा उपायों का उपयोग करके आधार कार्ड धोखाधड़ी से बचें। यह आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।

  • 5 साल की उम्र के बाद बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य
  • 7 साल की उम्र के बाद अपडेट न कराने पर आधार निष्क्रिय हो सकता है
  • QR कोड से असली और नकली आधार कार्ड की पहचान करें

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