एरी एस्टर, जो 'हेरेडिटरी' और 'मिडसमर' जैसी डरावनी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, को मार्वल की फिल्म 'मोरबियस' का निर्देशन करने का प्रस्ताव मिला था। यह खबर सुनकर कई लोग हैरान हैं, क्योंकि एस्टर अपनी मौलिक और विशिष्ट शैली के लिए जाने जाते हैं, जो मार्वल की फिल्मों से काफी अलग है।
सेमाफोर के साथ एक इंटरव्यू में, एस्टर ने खुद इस बात का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उनसे 'मोरबियस' का निर्देशन करने के लिए संपर्क किया गया था, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। एस्टर ने मजाक में कहा कि अगर वह 'मोरबियस' का निर्देशन करते, तो शायद यह उनकी फ्लॉप फिल्मों की लिस्ट में शामिल हो जाती।
जारेड लेटो अभिनीत 'मोरबियस' एक वैज्ञानिक की कहानी है जो एक दुर्लभ रक्त रोग का इलाज ढूंढते समय गलती से एक पिशाच बन जाता है। फिल्म को आलोचकों और दर्शकों दोनों से ही नकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। कई लोगों का मानना है कि एस्टर जैसे निर्देशक के हाथों में 'मोरबियस' एक बेहतर फिल्म बन सकती थी।
हालांकि, एस्टर ने इस प्रस्ताव को क्यों ठुकरा दिया, यह स्पष्ट नहीं है। कुछ लोगों का मानना है कि वह मार्वल की फिल्मों की शैली से सहज नहीं थे, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि वह अपनी मौलिक परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहते थे।
जो भी कारण हो, यह स्पष्ट है कि एरी एस्टर का 'मोरबियस' का निर्देशन न करना मार्वल के लिए एक बड़ा नुकसान था। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में एस्टर किसी सुपरहीरो फिल्म का निर्देशन करते हैं या नहीं।
क्या एरी एस्टर 'मोरबियस' को बचा सकते थे?
यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब देना मुश्किल है। एस्टर एक प्रतिभाशाली निर्देशक हैं, लेकिन 'मोरबियस' में कई कमियां थीं जिन्हें ठीक करना मुश्किल होता। फिर भी, एस्टर शायद फिल्म में कुछ मौलिकता और गहराई ला सकते थे।
'मोरबियस' की असफलता के कारण:
- कमजोर कहानी
- खराब वीएफएक्स
- जारेड लेटो का निराशाजनक प्रदर्शन
क्या एस्टर इन कमियों को दूर कर सकते थे? शायद नहीं, लेकिन वह निश्चित रूप से फिल्म को बेहतर बना सकते थे।