विप्रो ने Q1FY26 के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी का मुनाफा साल-दर-साल 11% बढ़कर ₹3,330 करोड़ हो गया है, जो पिछले साल ₹3,003 करोड़ था। यह आंकड़ा बाजार के अनुमान ₹3,233 करोड़ से थोड़ा बेहतर है।
विप्रो Q1 परिणाम की मुख्य बातें
- मुनाफा (PAT): 11% बढ़कर ₹3,330 करोड़
- राजस्व: 0.7% बढ़कर ₹22,134 करोड़
- डिविडेंड: ₹5 प्रति शेयर घोषित
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹5 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है। इसके लिए 28 जुलाई रिकॉर्ड डेट तय की गई है और इसका भुगतान 15 अगस्त, 2025 को या उससे पहले किया जाएगा।
हालांकि, पिछली तिमाही (Q4FY25) के मुकाबले कंपनी के मुनाफे में लगभग 7% की गिरावट आई है, जो ₹3,570 करोड़ था।
Q2FY26 के लिए आउटलुक
कंपनी को उम्मीद है कि उसकी आईटी सर्विसेज बिजनेस सेगमेंट से राजस्व $2,560 मिलियन से $2,612 मिलियन के बीच रहेगा, जिसका मतलब है कि लगातार मुद्रा शर्तों में -1.0% से 1.0% की क्रमिक वृद्धि होगी।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- सकल राजस्व ₹22,130 करोड़ ($2,581.6 मिलियन) रहा, जो QoQ में 1.6% की कमी और YoY में 0.8% की वृद्धि है।
- आईटी सेवा खंड का राजस्व $2,587.4 मिलियन था, जो QoQ में 0.3% और YoY में 1.5% की कमी है।
- कुल बुकिंग $4,971 मिलियन रही, जो लगातार मुद्रा में QoQ में 24.1% और YoY में 50.7% की वृद्धि है।
- बड़े सौदों की बुकिंग $2,666 मिलियन रही, जो लगातार मुद्रा में QoQ में 49.7% और YoY में 130.8% की वृद्धि है।
विप्रो के नतीजों पर बाजार की नजर बनी हुई है और आगे कंपनी की रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।