महाराष्ट्र विधान भवन में गुरुवार को उस समय तनाव बढ़ गया जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के नेता जितेंद्र आव्हाड और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक गोपीचंद पडळकर के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। यह घटना विधान भवन की लॉबी में हुई, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई।
सूत्रों के अनुसार, यह विवाद आव्हाड द्वारा पहले दिए गए एक बयान से उपजा है, जिसमें उन्होंने पडळकर पर कथित तौर पर टिप्पणी की थी। इस बयान के बाद दोनों नेताओं के बीच पहले से ही तनाव था, जो गुरुवार को खुलकर सामने आ गया।
घटना के बाद, जितेंद्र आव्हाड ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की राजनीति में शामिल होने की कोई इच्छा नहीं है। उन्होंने इस घटना की जांच की मांग की है।
विपक्ष का आक्रामक रुख
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोलते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।
आगे क्या होगा?
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटना के बाद महाराष्ट्र की राजनीति किस दिशा में जाती है। क्या सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएगी? क्या दोनों नेता अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार होंगे? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिलेंगे।
- विधान भवन में हुई हाथापाई
- जितेंद्र आव्हाड और गोपीचंद पडळकर के समर्थकों में भिड़ंत
- विपक्ष ने की मामले की जांच की मांग