अर्चीता फुकन वायरल वीडियो: सच्चाई और साइबर अपराध का खुलासा

सोशल मीडिया पर अर्चीता फुकन के नाम से एक वीडियो वायरल होने के बाद सनसनी फैल गई। कई लोगों ने इसे सच मान लिया, लेकिन सच्चाई कुछ और ही निकली। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, अर्चीता फुकन को उनके पूर्व प्रेमी द्वारा फंसाया गया था।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, एक साड़ी रील, एक वायरल फोटो और नाम बदलने के बाद अर्चीता फुकन के बारे में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन सच्चाई इससे कहीं ज़्यादा परेशान करने वाली थी। यह साइबर अपराध और डीपफेक का मामला था जिसमें अर्चीता को गलत तरीके से फंसाया गया।

अर्चीता फुकन के साथ जो हुआ, वह डिजिटल युग में साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को दर्शाता है। यह जरूरी है कि हम ऑनलाइन कंटेंट को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई को जांच लें। डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल करके किसी को भी बदनाम किया जा सकता है, इसलिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है।

साइबर अपराध से कैसे बचें?

  • अपनी निजी जानकारी को ऑनलाइन शेयर न करें।
  • मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
  • सोशल मीडिया पर संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
  • किसी भी ऑनलाइन कंटेंट को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई को जांच लें।

अर्चीता फुकन मामले से हमें यह सीख मिलती है कि साइबर अपराध एक गंभीर समस्या है और हमें इससे निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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