मुंबई में भारी बारिश: जलाशयों में जलस्तर 75% से ज़्यादा!

मुंबई में मानसून की सक्रियता के कारण शहर के जलाशयों में जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारी बारिश के चलते, मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले सात जलाशयों में संयुक्त जल भंडार 75.79 प्रतिशत तक पहुंच गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आंकड़ों के अनुसार, इन जलाशयों में कुल 10,96,952 मिलियन लीटर पानी जमा है।

जलाशयों की स्थिति

बीएमसी अपर वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भाटसा, विहार और तुलसी झीलों से प्रतिदिन पेयजल की आपूर्ति करती है। इन जलाशयों में जल स्तर इस प्रकार है:

  • तांसा: 81.66 प्रतिशत
  • मोदक सागर: 100 प्रतिशत
  • मध्य वैतरणा: 93.09 प्रतिशत
  • ऊपरी वैतरणा: 76.64 प्रतिशत
  • भाटसा: 66.61 प्रतिशत
  • विहार: 49.16 प्रतिशत
  • तुलसी: 51.69 प्रतिशत

पानी की आपूर्ति

मोदक सागर, मध्य और ऊपरी वैतरणा झीलें, तांसा के साथ मिलकर दहिसर चेक नाका से बांद्रा तक पश्चिमी उपनगरों और माहिम से मालाबार हिल तक शहर के पश्चिमी हिस्सों में पानी की आपूर्ति करती हैं। भाटसा, विहार और तुलसी मिलकर भाटसा प्रणाली बनाते हैं। इस प्रणाली से पानी को पंजरपुर जल उपचार संयंत्र में संसाधित किया जाता है और फिर मुलुंड चेक नाका से सायन तक और आगे माजागांव तक पूर्वी उपनगरों सहित मुंबई के पूर्वी हिस्सों में वितरित किया जाता है।

मौसम का पूर्वानुमान

इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई और उसके उपनगरों में पूरे दिन रुक-रुक कर मध्यम बारिश के साथ आमतौर पर बादल छाए रहने का पूर्वानुमान जताया है। शहर के कुछ हिस्सों में कभी-कभार तेज़ हवाएँ चलने की भी संभावना है। आईएमडी के सांताक्रूज वेधशाला ने सोमवार को अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। आने वाले दिनों में भी बारिश का अनुमान है, जिससे जलाशयों में जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।

यह खबर मुंबईकरों के लिए राहत की बात है, क्योंकि यह शहर की जल सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। हालांकि, नागरिकों को पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने और जल संरक्षण के प्रयासों में सहयोग करने की सलाह दी जाती है।

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