भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में हैरी ब्रूक के आक्रामक खेल पर सवाल उठ रहे हैं। चौथे दिन, आकाश दीप की गेंद पर स्वीप शॉट खेलने की कोशिश में हैरी ब्रूक आउट हो गए, जिसके बाद श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने उनकी आलोचना की है। संगकारा ने ब्रूक के इस रवैये को 'बजबॉल' कहने के बजाय 'अहंकार' बताया है।
मैच के चौथे दिन, हैरी ब्रूक ने आकाश दीप के खिलाफ स्वीप शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन वे बोल्ड हो गए। संगकारा ने इस शॉट को 'अहंकार' करार दिया। उन्होंने कहा, 'यह सिर्फ अहंकार है। यह बजबॉल भी नहीं है।' उन्होंने आगे कहा, 'हैरी ने आकाश दीप के खिलाफ 15 रन बनाए और फिर एक बेवकूफी भरा शॉट खेला - यह अहंकार है।'
ब्रूक ने अपनी पारी में 19 गेंदों में 23 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और एक छक्का शामिल था। आकाश दीप की गेंद पर उनका बोल्ड होना, निश्चित रूप से, उनके शॉट चयन पर प्रश्नचिह्न लगाता है। यह घटना क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां लोग ब्रूक के रवैये और संगकारा की टिप्पणी पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। क्या ब्रूक को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है?
क्या है 'बजबॉल'?
'बजबॉल' शब्द का प्रयोग आक्रामक और जोखिम भरे क्रिकेट खेलने की शैली के लिए किया जाता है। हालांकि, संगकारा का मानना है कि ब्रूक का शॉट चयन 'बजबॉल' नहीं, बल्कि 'अहंकार' का प्रदर्शन था।
आकाश दीप की शानदार गेंदबाजी
आकाश दीप ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी की है और हैरी ब्रूक का विकेट लेना उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।