लंदन, ब्रिटेन की राजधानी, सदियों से फिल्म और टेलीविजन के लिए एक लोकप्रिय पृष्ठभूमि रही है। हालांकि, बड़े पर्दे पर दिखाई जाने वाली लंदन की छवि अक्सर वास्तविकता से बहुत अलग होती है। लीना डनहम की नई श्रृंखला 'टू मच' इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे अमेरिकी लोग लंदन के बारे में रूढ़िवादिता रखते हैं।
'नॉटिंग हिल' संस्करण: एक ग्लैमरस छवि
1990 के दशक से, कई सफल ब्रिटिश फिल्मों ने लंदन के 'नॉटिंग हिल' संस्करण को चित्रित किया है। रिचर्ड कर्टिस की 1999 की फिल्म 'नॉटिंग हिल' ने इस क्षेत्र को ग्लैमरस बनाया, जिसके रंगीन घर अभी भी पर्यटकों और इंस्टाग्रामर्स को आकर्षित करते हैं। कर्टिस ने 'ब्रिजेट जोन्स डायरी', 'फोर वेडिंग्स एंड ए फ्यूनरल' और 'लव एक्चुअली' जैसी रोमांटिक कॉमेडी भी लिखीं, जिनमें लंदन के एक आदर्श, उच्च-मध्यम वर्गीय संस्करण को दर्शाया गया है।
वास्तविकता से एक अलग तस्वीर
हालांकि, लंदन सिर्फ रंगीन घरों और रोमांटिक कहानियों से कहीं अधिक है। 'टू मच' जैसी श्रृंखला वास्तविकता को दर्शाती है, जिसमें विशाल आवास परियोजनाएं, गंदे पब और पसीने से तर संगीत कार्यक्रम शामिल हैं। यह श्रृंखला दिखाती है कि कैसे एक युवा अमेरिकी लंदन में आने के बाद इन चीजों का अनुभव करता है, जो 'एमिली इन पेरिस' से बहुत अलग है।
जेव का किरदार: क्या यह जैक एंटोनॉफ पर आधारित है?
एक और दिलचस्प पहलू यह है कि 'टू मच' में जेसिका के पूर्व-बॉयफ्रेंड, जेव का किरदार क्या जैक एंटोनॉफ पर आधारित है? लीना डनहम ने पुष्टि की है कि जेव का किरदार सिर्फ एक व्यक्ति पर आधारित नहीं है, बल्कि यह हर उस पूर्व-बॉयफ्रेंड का मिश्रण है जो उन्होंने या उनके दोस्तों ने अनुभव किया है।
निष्कर्ष
लंदन एक विविध और जटिल शहर है, और फिल्मों और टेलीविजन में इसकी छवि अक्सर वास्तविकता को प्रतिबिंबित नहीं करती है। 'टू मच' जैसी श्रृंखला हमें दिखाती हैं कि लंदन में जीवन कैसा हो सकता है, जो 'नॉटिंग हिल' के ग्लैमरस संस्करण से बहुत अलग है। यह महत्वपूर्ण है कि हम लंदन के बारे में रूढ़िवादिता को चुनौती दें और शहर की वास्तविकता को पहचानें।