भारतीय स्प्रिंटर अनीमेश कुजूर ने डायमंड लीग में इतिहास रच दिया है। वह इस सर्किट में दौड़ने वाले पहले भारतीय स्प्रिंटर बन गए हैं। मोनाको में आयोजित एक आमंत्रण 200 मीटर दौड़ में उन्होंने चौथा स्थान हासिल किया। इस दौड़ को ऑस्ट्रेलियाई धावक गौट गौट ने जीता।
जमैका के दिग्गज धावक उसैन बोल्ट से प्रेरित अनीमेश ने एएफपी को बताया कि ओलंपिक 100 और 200 मीटर चैंपियन नूह लाइल्स और लेट्सिले टेबोगो से दोपहर के भोजन पर मिलकर उन्हें बहुत खुशी हुई। उन्होंने दोनों के साथ सेल्फी भी ली। अनीमेश को एहसास हुआ कि अब वह स्प्रिंटिंग के वर्तमान दिग्गजों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।
हालांकि, अनीमेश ने उस दौड़ में इन दोनों धावकों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं की, बल्कि वे अंडर-23 200 मीटर दौड़ में शामिल हुए। इस शाम ट्रैक और फील्ड के कई शीर्ष सितारे मौजूद थे।
इस दौड़ में भारतीय धावक के लिए सबसे बड़ा खतरा ऑस्ट्रेलियाई किशोर गौट गौट थे, जिनकी तुलना अक्सर युवा बोल्ट से की जाती है। गौट गौट ने 20.10 सेकंड में दौड़ जीती, जबकि अनीमेश ने 20.55 सेकंड का समय निकालकर चौथा स्थान हासिल किया।
मोनाको आने से पहले अनीमेश शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने 100 मीटर और 200 मीटर में क्रमशः 10.18 सेकंड और 20.27 सेकंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए थे।
छत्तीसगढ़ के एक आदिवासी गांव में जन्मे 22 वर्षीय अनीमेश ने अपनी बेहतर फॉर्म का श्रेय स्विट्जरलैंड में दो सप्ताह के शिविर को दिया। वहां उन्होंने अपने कोच मार्टिन ओवेन्स और स्विस स्थित बोबस्लेय प्रदर्शन कोच क्रिस वूली के साथ बॉडी मैकेनिक्स और शुरुआती दौर पर काम किया।
उन्होंने कहा, "इसकी वजह से मेरे समय में बहुत सुधार हुआ है।" उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू प्रतिस्पर्धा से दूर रहने से भी उन्हें काफी फायदा हुआ है।
"यह बहुत अच्छी बात है कि मैं उन एथलीटों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा हूं जो मुझसे तेज हैं। जब भी मैं तेज एथलीटों के साथ प्रतिस्पर्धा करता हूं, तो मेरे समय में सुधार होता है।"
'लाइटनिंग स्ट्राइक' ओवेन्स ओडिशा में हाई परफॉर्मेंस सेंटर के प्रमुख कोच हैं। इस सेंटर की स्थापना 2019 में रिलायंस फाउंडेशन द्वारा की गई थी, ताकि भारतीय समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज की विभिन्न परोपकारी पहलों को गति दी जा सके।