भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने एशियन पेंट्स के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज द्वारा दायर की गई शिकायत के बाद शुरू की गई है। ग्रासिम ने आरोप लगाया है कि एशियन पेंट्स बाजार में अपनी मजबूत स्थिति का दुरुपयोग कर रही है।
शिकायत में क्या है?
ग्रासिम, जिसने हाल ही में 'बिड़ला ओपस' ब्रांड के साथ पेंट बाजार में प्रवेश किया है, का आरोप है कि एशियन पेंट्स अपने डीलरों को ग्रासिम के साथ काम करने से रोक रही है। ग्रासिम का कहना है कि एशियन पेंट्स की ये गतिविधियां प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन हैं और इससे बाजार में नए खिलाड़ियों के लिए मुश्किल पैदा हो रही है।
CCI का आदेश
CCI ने ग्रासिम की शिकायत पर विचार करते हुए एशियन पेंट्स के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। CCI का मानना है कि एशियन पेंट्स ने प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 की धारा 4 का उल्लंघन किया है, जो बाजार में दबदबे की स्थिति के दुरुपयोग को प्रतिबंधित करता है।
एशियन पेंट्स का जवाब
एशियन पेंट्स ने कहा है कि वह CCI के आदेश की समीक्षा कर रही है और उचित कानूनी कार्रवाई करेगी। कंपनी ने यह भी कहा है कि वह जांच के दौरान CCI को पूरा सहयोग करेगी।
आदित्य बिड़ला ग्रुप की दोहरी चुनौती
दिलचस्प बात यह है कि आदित्य बिड़ला ग्रुप खुद भी CCI के रडार पर है। ग्रुप की सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट पर ONGC द्वारा जारी निविदाओं में बोली लगाने में धांधली करने का आरोप है, जिसकी जांच CCI कर रही है। इस प्रकार, आदित्य बिड़ला ग्रुप एक तरफ एशियन पेंट्स के खिलाफ शिकायतकर्ता है, तो दूसरी तरफ उसकी अपनी कंपनी CCI जांच का सामना कर रही है।
आगे क्या होगा?
CCI अब एशियन पेंट्स के खिलाफ आरोपों की जांच करेगी। यदि CCI को एशियन पेंट्स के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कानून के उल्लंघन का सबूत मिलता है, तो कंपनी पर जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके साथ ही, CCI एशियन पेंट्स को बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए कुछ कदम उठाने का आदेश भी दे सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला आगे कैसे बढ़ता है और इसका भारतीय पेंट बाजार पर क्या प्रभाव पड़ता है।
- एशियन पेंट्स पर बाजार में दबदबे का दुरुपयोग करने का आरोप
- ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने CCI में शिकायत दर्ज कराई
- CCI ने जांच के आदेश दिए
- एशियन पेंट्स ने कानूनी कार्रवाई की बात कही
- आदित्य बिड़ला ग्रुप भी CCI के रडार पर