प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो का ब्रिक्स (BRICS) के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने रविवार को पीएम मोदी की ब्राजील यात्रा के दौरान एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग में यह जानकारी दी।
MEA सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति लुला दा सिल्वा ने प्रधानमंत्री मोदी की शिखर सम्मेलन में भागीदारी को बहुत महत्व दिया।
रवि ने संवाददाताओं से कहा, "आज पूरे दिन का कार्यक्रम था। वर्किंग लंच के साथ तीन सत्र थे और माननीय प्रधानमंत्री ने कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। यह एक व्यस्त सत्र था। माननीय प्रधानमंत्री ने उन्हें और उनके प्रतिनिधिमंडल को गर्मजोशी से आतिथ्य प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति लुला को धन्यवाद दिया। उन्होंने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का ब्रिक्स के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होने पर भी स्वागत किया। उन्होंने इस शिखर सम्मेलन में भागीदार देशों की भागीदारी का भी स्वागत किया।"
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी की यात्रा का विशेष महत्व है, क्योंकि भारत ब्रिक्स का संस्थापक सदस्य है और अगले साल समूह की अध्यक्षता संभालेगा।
रवि ने जोर देकर कहा कि शिखर सम्मेलन तेजी से बदलते वैश्विक घटनाक्रमों के बीच एक महत्वपूर्ण समय पर हो रहा है।
यह शिखर सम्मेलन तेजी से बदलते वैश्विक घटनाक्रमों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। इस वर्ष शिखर सम्मेलन का विषय [विषय का नाम] है, जो वर्तमान वैश्विक चुनौतियों के लिए ब्रिक्स देशों के सहयोग को और मजबूत करने पर केंद्रित है। भारत की भूमिका और योगदान को भी इस शिखर सम्मेलन में सराहा गया।
ब्रिक्स का महत्व
ब्रिक्स दुनिया की पांच प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं - ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका - का एक समूह है। यह वैश्विक आर्थिक विकास और बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारत की भूमिका
भारत ब्रिक्स का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और समूह के भीतर विभिन्न पहलों में सक्रिय रूप से भाग लेता है। अगले साल ब्रिक्स की अध्यक्षता संभालने के साथ, भारत वैश्विक मंच पर अपनी भूमिका को और मजबूत करने के लिए तैयार है।
- भारत ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
- भारत ब्रिक्स के भीतर आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भी काम कर रहा है।