ब्लैकरॉक के आईशेयर्स बिटकॉइन ट्रस्ट (IBIT) का उदय एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह अपने प्रमुख एसएंडपी 500 ईटीएफ (IVV) से भी अधिक राजस्व उत्पन्न कर रहा है। IBIT ने वार्षिक शुल्क में $187.2 मिलियन कमाए, जबकि IVV ने $187.1 मिलियन। यह बदलाव सिर्फ एक सांख्यिकीय विसंगति नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि क्रिप्टो को अपनाने से संपत्ति प्रबंधन में संरचनात्मक ताकतें कैसे बदल रही हैं।
शुल्क की गतिशीलता: शून्य-शुल्क दुनिया में अल्फा का अंकगणित
ब्लैकरॉक का IBIT पर 0.25% व्यय अनुपात $76.3 बिलियन एयूएम पर $191 मिलियन का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करता है। यह IVV के 0.03% पर $628 बिलियन की संपत्ति से अधिक है। यह दो महत्वपूर्ण बातें बताता है:
- पारंपरिक इक्विटी में शुल्क संपीड़न चरम पर पहुंच गया है।
- क्रिप्टो की प्रीमियम स्थिति: निवेशक विनियमित बिटकॉइन एक्सपोजर के लिए 8 गुना अधिक शुल्क देने को तैयार हैं।
संस्थागत आवंटक उन संपत्तियों के लिए पूंजी लगा रहे हैं जो विविधीकरण और मुद्रास्फीति से सुरक्षा दोनों प्रदान करती हैं। बिटकॉइन इक्विटी और बॉन्ड के साथ नकारात्मक रूप से सहसंबंधित है। इसका परिणाम यह है कि छोटे क्रिप्टो ईटीएफ पारंपरिक बाजारों के दिग्गजों से भी आगे निकल सकते हैं।
निवेशक भावना: बिटकॉइन नया "गोल्ड 2.0"
IBIT में 2024 में लॉन्च होने के बाद से $52 बिलियन का प्रवाह हुआ है। यह व्यापक क्रिप्टो ईटीएफ बहिर्वाह के बीच लचीला बना हुआ है। यह निवेशकों के दृष्टिकोण में बदलाव को दर्शाता है। बिटकॉइन को अब मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जा रहा है।
भारत में भी बिटकॉइन ईटीएफ में रुचि बढ़ रही है। निवेशक पोर्टफोलियो में विविधता लाने और संभावित उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए क्रिप्टो में निवेश करने के तरीके तलाश रहे हैं। ब्लैकरॉक का IBIT इस प्रवृत्ति का एक उदाहरण है। यह दर्शाता है कि क्रिप्टो संपत्ति प्रबंधन के भविष्य को कैसे आकार दे रहा है।