ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय: औद्योगिक नीति पर व्याख्यान एवं धरना प्रदर्शन

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) दरभंगा में हाल ही में दो महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं। पहली, विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग में 'राष्ट्रीय विकास में औद्योगिक नीति' विषय पर एक व्याख्यान आयोजित किया गया। दूसरी, दो कॉलेजों के शिक्षकों और कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया।

औद्योगिक नीति पर व्याख्यान

यह व्याख्यान मंगलवार को अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अंबरीष कुमार झा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। एसआरएम विश्वविद्यालय, आंध्र प्रदेश के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष कुमार मुख्य अतिथि थे। डॉ. कुमार ने विकासशील देशों में उत्पादन बढ़ाने की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद स्वतंत्र हुए देशों की दयनीय आर्थिक स्थिति का उल्लेख किया और औद्योगिक नीति के महत्व पर जोर दिया।

शिक्षकों और कर्मचारियों का धरना

वहीं दूसरी ओर, एमएलएसएम कॉलेज और जेएमडीपीएल महिला कॉलेज, मधुबनी के शिक्षकों और कर्मचारियों ने एलएनएमयू परिसर में धरना दिया। उनकी मांग थी कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन किया जाए। डॉ. सरोज चौधरी ने बताया कि जब वे नौकरी कर रहे थे, तब उन्हें वेतन मिल रहा था, लेकिन अब उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए यह कदम उठाया।

आगे क्या होगा?

यह देखना दिलचस्प होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इन दोनों घटनाओं पर कैसे प्रतिक्रिया देता है। औद्योगिक नीति पर व्याख्यान निश्चित रूप से छात्रों और शोधकर्ताओं को राष्ट्रीय विकास के लिए औद्योगिक नीति के महत्व को समझने में मदद करेगा। वहीं, शिक्षकों और कर्मचारियों का धरना विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए एक चुनौती है, जिसे उन्हें जल्द से जल्द हल करना होगा।

  • औद्योगिक नीति व्याख्यान से छात्रों को लाभ होगा।
  • शिक्षकों और कर्मचारियों की मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन को ध्यान देना होगा।

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