हॉरर फिल्मों में महिला निर्देशक: 2025 में महिला निर्देशकों द्वारा निर्देशित सर्वश्रेष्ठ डरावनी फिल्में

हॉरर फिल्मों के क्षेत्र में महिलाओं का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। 2025 में, महिला निर्देशकों ने कई बेहतरीन डरावनी फिल्मों का निर्देशन किया है, जो इस शैली में उनके बढ़ते महत्व को दर्शाता है। अतीत में, हॉलीवुड में महिलाओं को कम प्रतिनिधित्व मिला है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। महिला निर्देशक न केवल स्लीपर हिट बना रही हैं, बल्कि बड़े बजट की स्टूडियो फिल्मों का भी निर्देशन कर रही हैं।

महिला निर्देशकों का उदय

हाल के वर्षों में, जूलिया डुकोर्नौ (टिटेन), जेनिफर केंट (द बबाडूक), कैरिन कुसामा (द इनविटेशन), और निया डाकोस्टा (कैंडीमैन) जैसी महिला निर्देशकों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। कोराली फर्जेट की 'द सब्सटेंस' को पिछले साल पांच अकादमी पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया था, जिसमें निर्देशन के लिए नामांकन भी शामिल था, जो महिला निर्देशकों की बढ़ती पहचान का प्रमाण है।

2025 की महिला निर्देशित हॉरर फिल्में

हालांकि 2025 में अधिकांश हॉरर फिल्मों का निर्देशन पुरुषों द्वारा किया गया है, लेकिन महिलाओं ने भी कई प्रभावशाली फिल्में बनाई हैं। इन फिल्मों में स्लेशर, बॉडी हॉरर और भूतिया कहानियों का मिश्रण है। स्वतंत्र परियोजनाओं से लेकर बड़े स्टूडियो सीक्वल तक, महिलाएं हॉरर शैली में शानदार काम कर रही हैं।

'द अगली स्टेपसिस्टर'

एमिली क्रिस्टीन ब्लिचफेल्ड्ट द्वारा निर्देशित 'द अगली स्टेपसिस्टर' एक नॉर्वेजियन डार्क सटायर है, जो ब्रदर्स ग्रिम की क्लासिक परी कथा सिंड्रेला को एक खूनी, बॉडी हॉरर ट्विस्ट के साथ फिर से बताती है। फिल्म में, एल्विरा (लीया मैथिल्डे स्कार-मायरेन) सुंदरता प्राप्त करने और प्रिंस जूलियन (इसाक कालम्रोथ) का स्नेह जीतने के लिए कई प्लास्टिक सर्जरी करवाती है। ब्लिचफेल्ड्ट ने इस फिल्म के साथ फीचर निर्देशन में अपनी शुरुआत की है और बोस्टन अंडरग्राउंड फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीता है।

हॉरर में महिलाओं का ऐतिहासिक योगदान

यह जानना महत्वपूर्ण है कि फिल्म निर्माण उद्योग में महिलाओं ने शुरुआत से ही सक्रिय रूप से भाग लिया है। पहली कथा फिल्म का निर्देशन एक महिला, एलिस गाइ-ब्लैक द्वारा किया गया था। उन्होंने और फिल्म निर्माता लोइस वेबर ने 1900 के दशक की शुरुआत में स्टूडियो की स्थापना की थी। हालांकि, हॉलीवुड ने महिलाओं की भूमिका को स्वीकार करने और सुधारने में धीमी गति दिखाई है।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, हॉरर फिल्मों में महिला निर्देशकों की बढ़ती उपस्थिति एक सकारात्मक बदलाव है। उनकी प्रतिभा और रचनात्मकता शैली को समृद्ध कर रही है और दर्शकों को नए और रोमांचक अनुभव प्रदान कर रही है। आने वाले वर्षों में, हम और अधिक महिला निर्देशकों को हॉरर के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ते हुए देख सकते हैं।

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