धर्मा प्रोडक्शंस की नई फिल्म 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' (SSKTK) रिलीज हो गई है। फिल्म में वरुण धवन, जान्हवी कपूर, रोहित सराफ और सान्या मल्होत्रा मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म एक 'लव रेक्टेंगल' की कहानी है जो दर्शकों को बांधने में विफल रहती है।
फिल्म में एक पल आता है जब एक पिता अपनी बेटी (जो एक शिक्षिका भी है) को रिश्तों में आत्म-सम्मान के महत्व के बारे में बताता है। बेटी, अनन्या (जान्हवी कपूर), उदयपुर में अपने पूर्व प्रेमी विक्रम (रोहित सराफ) की शादी में जा रही है। अगले 100 मिनटों में, वह पूरी तरह से अपने पिता की बातों को नकारती है और सनी (वरुण धवन) के साथ प्यार का नाटक करती है, जो विक्रम की शादी को अपनी पूर्व प्रेमिका अनन्या (सान्या मल्होत्रा) से तोड़ने के लिए वहां है। दोनों ठुकराए हुए प्रेमी उम्मीद करते हैं कि उनकी हरकतों से उनके पूर्व प्रेमी ईर्ष्या करेंगे और अंततः उनके पास लौट आएंगे।
फिल्म परिचित लगती है, क्योंकि यह धर्मा प्रोडक्शंस की पहले की फिल्मों जैसे 'ये जवानी है दीवानी', 'जुग जुग जीयो' और 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' से प्रेरित है। फिल्म में Gen-Z शब्दों का उपयोग इसकी व्युत्पन्न प्रकृति को छिपाने के लिए पर्याप्त नहीं है।
फिल्म की कमजोरियां
- कहानी में नवीनता का अभाव।
- किरदारों का सतही चित्रण।
- प्रेम त्रिकोण दर्शकों को बांधने में विफल रहता है।
निष्कर्ष
'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' एक औसत दर्जे की फिल्म है जो धर्मा प्रोडक्शंस की पहले की फिल्मों की याद दिलाती है। फिल्म में कुछ हास्य क्षण हैं, लेकिन यह दर्शकों को बांधने में विफल रहती है।