डेनियल मेदवेदेव, टेनिस जगत का एक जाना-माना नाम, अपनी शानदार खेल प्रतिभा के साथ-साथ कोर्ट पर अपने आक्रामक व्यवहार के लिए भी चर्चा में रहते हैं। हाल ही में यूएस ओपन में उनके गुस्से और उसके बाद लगे भारी जुर्माने ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया है।
यूएस ओपन के पहले दौर में बेंजामिन बोन्ज़ी के खिलाफ मैच में, मेदवेदेव अंपायर से भिड़ गए और दर्शकों की हूटिंग का भी सामना किया। मैच के दौरान, एक फोटोग्राफर के कोर्ट में आने से विवाद और बढ़ गया, जिसके कारण मेदवेदेव ने अंपायर पर चिल्लाकर अपनी नाराजगी व्यक्त की।
मैच हारने के बाद, उन्होंने अपना रैकेट तोड़ दिया और निराश होकर बेंच पर बैठ गए। इस घटना के बाद, उन्हें खेल भावना के विपरीत आचरण और रैकेट के दुरुपयोग के लिए 43,000 डॉलर से अधिक का जुर्माना लगाया गया।
मेदवेदेव ने अब अपनी पिछली गलतियों पर विचार करते हुए कहा है कि वह अपने व्यवहार को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में शंघाई मास्टर्स से पहले अपने यूएस ओपन के अनुभव के बारे में बात करते हुए कहा कि वह निराशा में ऐसा कर बैठे थे।
मेदवेदेव का भारी जुर्माना और प्रतिक्रिया
मेदवेदेव ने स्वीकार किया है कि कोर्ट पर उनके भावनात्मक प्रदर्शन के कारण उन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ा है। उन्होंने मजाक में यह भी कहा कि अगर उन्हें अपने पूरे करियर में लगे जुर्माने की राशि दिखाई जाए तो शायद वह रो पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि वह सिर्फ पैसे के लिए नहीं खेलते हैं, बल्कि यह उनकी भावनाएं और खेल के प्रति उनका जुनून है। उन्होंने यह भी दावा किया कि एटीपी उन पर अन्य खिलाड़ियों की तुलना में अधिक सख्ती से जुर्माना लगाता है।
आगे की राह
डेनियल मेदवेदेव अब शंघाई मास्टर्स के लिए तैयारी कर रहे हैं और उन्होंने अपने व्यवहार को सुधारने का संकल्प लिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह भविष्य में कोर्ट पर कैसा प्रदर्शन करते हैं और क्या वह अपने गुस्से पर काबू पाने में सफल होते हैं या नहीं।
- मेदवेदेव ने यूएस ओपन में अपने गुस्से के कारण भारी जुर्माना भरा।
- उन्होंने कहा कि वह सिर्फ पैसे के लिए नहीं खेलते हैं, बल्कि यह उनकी भावनाएं हैं।
- मेदवेदेव ने अपने व्यवहार को सुधारने का संकल्प लिया है।