रानी मुखर्जी को फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। इस खुशी के मौके पर उनकी बेटी आदिरा उनके साथ नहीं थी, जिसकी वजह खुद रानी ने बताई।
बेटी आदिरा को क्यों नहीं ले जा पाईं रानी?
दरअसल, रानी मुखर्जी अपनी बेटी आदिरा को राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में ले जाना चाहती थीं, लेकिन उन्हें बताया गया कि 14 साल से कम उम्र के बच्चों को समारोह में आने की अनुमति नहीं है। इस वजह से आदिरा अपनी मां के साथ इस खास मौके पर शामिल नहीं हो पाईं।
इंडिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू में रानी ने बताया कि आदिरा समारोह में शामिल होना चाहती थी और जब उसे पता चला कि वह नहीं जा सकती, तो वह बहुत रोई। रानी ने उसे समझाया कि यह 'अनुचित' है कि वह अपनी मां के विशेष दिन पर उसके साथ नहीं हो सकती।
रानी ने आदिरा को कैसे मनाया?
रानी ने आदिरा को मनाने के लिए एक खास तरीका अपनाया। उन्होंने अपनी बेटी के नाम का एक लॉकेट पहना। रानी ने कहा, "वह मेरा भाग्यशाली आकर्षण है। मैं उसे अपने साथ रखना चाहती थी, और यह सबसे अच्छा तरीका था जो मैं कर सकती थी।"
रानी ने उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया जिन्होंने इंस्टाग्राम पर रील और स्निपेट बनाए और लिखा कि 'रानी अपनी बेटी को साथ ले गईं।' उन्होंने ये सब आदिरा को दिखाया, जिससे उसे शांत करने में मदद मिली।
रानी ने अपनी 2023 की फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने के बारे में भी बात की और कहा, "मिसेज चटर्जी के बारे में..." (आगे की जानकारी के लिए बने रहें)।
इस घटना से पता चलता है कि रानी मुखर्जी अपनी बेटी से कितना प्यार करती हैं और कैसे उन्होंने उसे इस खास मौके पर अपने साथ महसूस कराने का प्रयास किया।