एशिया कप: संजू सैमसन ने मोहनलाल के उदाहरण से दिया मुश्किल सवाल का जवाब

एशिया कप 2025 में, भारतीय क्रिकेटर संजू सैमसन ने एक दिलचस्प उदाहरण देकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल से प्रेरणा लेते हुए भारतीय टीम में विभिन्न भूमिकाओं में ढलने के महत्व को समझाया।

संजू सैमसन और मोहनलाल: एक अद्भुत तुलना

संजू सैमसन ने संजय मांजरेकर के साथ बातचीत में दिग्गज अभिनेता मोहनलाल का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह मोहनलाल ने अपने करियर में विभिन्न प्रकार की भूमिकाएँ निभाई हैं, उसी तरह उन्हें भी टीम की जरूरत के अनुसार किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

मांजरेकर ने सैमसन से पूछा कि वे किस स्थान पर बल्लेबाजी करने में सबसे अधिक सहज महसूस करते हैं, खासकर तब जब उन्होंने सलामी बल्लेबाज के रूप में तीन टी20I शतक बनाए हैं।

सैमसन का जवाब:

सैमसन ने जवाब दिया, "हाल ही में, हमारे लालेट्टन - मोहनलाल, केरल के सिनेमा अभिनेता, को देश से बहुत बड़ा पुरस्कार मिला। वे पिछले 30-40 वर्षों से अभिनय कर रहे हैं। मैं भी पिछले 10 वर्षों से अपने देश के लिए खेल रहा हूं। इसलिए, मैं यह नहीं कह सकता कि मैं केवल एक हीरो की भूमिका निभा सकता हूं। मुझे एक खलनायक, एक जोकर बनने की ज़रूरत है। मुझे इधर-उधर खेलना होगा। मैं यह नहीं कह सकता कि मैंने सलामी बल्लेबाज के रूप में रन बनाए हैं और मैं शीर्ष 3 में वास्तव में अच्छा हूं। मुझे यह भी आज़माना चाहिए। मैं एक अच्छा क्यों नहीं हो सकता..."

टीम के लिए बहुमुखी प्रतिभा का महत्व

सैमसन ने आगे कहा कि टीम में बहुमुखी प्रतिभा होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि उन्हें टीम की जरूरत के अनुसार किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने में खुशी होगी। उनका मानना है कि एक खिलाड़ी को हमेशा नई चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए और अपनी भूमिका को बदलने के लिए तैयार रहना चाहिए।

  • बहुमुखी प्रतिभा सफलता की कुंजी है।
  • टीम की जरूरतों के अनुसार ढलने की क्षमता महत्वपूर्ण है।
  • नई चुनौतियों के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।

संजू सैमसन का यह जवाब उनकी परिपक्वता और टीम के प्रति समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने यह भी साबित कर दिया कि वे न केवल एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं, बल्कि एक बुद्धिमान और विचारशील व्यक्ति भी हैं।

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