बिहार में आगामी दुर्गा पूजा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। राज्य सरकार ने शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पटना में अर्धसैनिक बलों की 16 कंपनियां पहुंच चुकी हैं, जिनमें लगभग 1500 जवान शामिल हैं। ये जवान दशहरा से पहले पटना पुलिस के साथ मिलकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करेंगे।
दुर्गा पूजा और दशहरा के दौरान सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (BSEAP) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सात कंपनियां भी तैनात की जाएंगी। शहर में तीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से लगातार निगरानी रखी जा रही है। पटना के जिलाधिकारी (DM) ने दुर्गा पूजा और विजयादशमी के मद्देनजर अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है।
पुलिस भीड़भाड़ वाले इलाकों में छेड़खानी, चोरी और छिनतई जैसी घटनाओं को रोकने के लिए विशेष इंतजाम कर रही है। कई जगहों पर वॉच टॉवर बनाए जा रहे हैं और ऊंची इमारतों की छतों पर भी पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (BSEAP) की पांच कंपनियों और 900 ट्रेनी सिपाहियों को भी दुर्गा पूजा ड्यूटी में लगाया जाएगा। ये सभी ट्रेनी सिपाही वर्तमान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
गांधी मैदान और कोतवाली थाना के पास पुलिस के अस्थायी नियंत्रण कक्ष बनाए जाएंगे। इन नियंत्रण कक्षों से पूरे शहर की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। पुलिस का लक्ष्य है कि दुर्गा पूजा और दशहरा का त्योहार शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में संपन्न हो। आम जनता से अपील की गई है कि वे पुलिस के साथ सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।
सुरक्षा व्यवस्था में नवीनतम तकनीक का उपयोग
सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए पुलिस नवीनतम तकनीक का उपयोग कर रही है। सीसीटीवी कैमरों के अलावा, ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि बड़े क्षेत्रों की निगरानी की जा सके। सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर है ताकि किसी भी तरह की अफवाह या भड़काऊ पोस्ट को फैलने से रोका जा सके।
आम जनता से सहयोग की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे त्योहारों के दौरान सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी कहा है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ही विश्वास करें।