प्रीमियर लीग में इस बार कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जहां एक तरफ बोर्डरूम में नए चेहरे आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मैदान पर रोमांचक मुकाबले जारी हैं। कुछ क्लबों के बोर्डरूम में बड़े बदलाव हुए हैं, जिसका असर लीग की बैठकों और फैसलों पर पड़ सकता है।
बोर्डरूम में बदलाव
आर्सनल के कार्यकारी उपाध्यक्ष टिम लुईस और टोटेनहम के डेनियल लेवी के जाने से प्रीमियर लीग की बैठकों में एक अलग माहौल देखने को मिलेगा। लुईस, अपनी बेबाक राय और टेबल पीटने के अंदाज के लिए जाने जाते थे। उनकी जगह अब नई आवाजें उठ सकती हैं, जैसे कि स्टीव पैरिश और टॉड बोहली।
इन बदलावों से लीग में सहयोग और समन्वय बढ़ने की उम्मीद है। नए चेहरे नई सोच और ऊर्जा लेकर आ सकते हैं, जिससे लीग को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। हालांकि, कुछ लोगों को लुईस की कमी खल सकती है, क्योंकि वे हमेशा अपनी बात को मजबूती से रखते थे।
मैदान पर रोमांच
मैदान पर भी इस सीजन में कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले हैं। लिवरपूल ने पिछले सीजन में सबसे ज्यादा समय तक बढ़त बनाए रखी थी, लेकिन इस सीजन में उन्हें आखिरी मिनटों में जीत हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। अर्ने स्लॉट की टीम अभी भी सही संतुलन की तलाश में है।
एस्टन विला और वॉल्व्स ने इस सीजन में अभी तक एक भी मिनट के लिए बढ़त नहीं बनाई है। वहीं, बोर्नमाउथ ने सबसे ज्यादा समय तक बढ़त बनाए रखी है। मैनचेस्टर यूनाइटेड का प्रदर्शन भी उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है।
कुछ खास बातें:
- एस्टन विला और वॉल्व्स 2025-26 में अभी तक एक भी मिनट आगे नहीं रहे हैं।
- लिवरपूल 2025-26 में एवर्टन से कम मिनटों तक आगे रहा है।
- बोर्नमाउथ ने सबसे अधिक समय बढ़त में बिताया है।
- मैनचेस्टर यूनाइटेड के नंबर उन्हें 2024-25 में निर्वासन क्षेत्र में डालते हैं और रूबेन अमोरिम के 2025-26 में मामूली सुधार हुआ है।
कुल मिलाकर, प्रीमियर लीग में इस बार कई बदलाव और रोमांच देखने को मिल रहा है। बोर्डरूम में नए चेहरों के आने से लीग के फैसलों पर क्या असर पड़ता है और मैदान पर कौन सी टीमें कमाल दिखाती हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।