जेबीएम इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ने अल हबटूर मोटर्स के साथ साझेदारी करके यूएई में इलेक्ट्रिक बसों को लॉन्च करने का ऐलान किया है। यह कदम यूएई के 2050 तक नेट जीरो के लक्ष्य को समर्थन देगा और सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक बनाएगा।
साझेदारी का विवरण
जेबीएम इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, जेबीएम ऑटो लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है। इस साझेदारी के तहत, अल हबटूर मोटर्स पूरे यूएई में जेबीएम की इलेक्ट्रिक बसों का एकमात्र आयातक और वितरक होगा।
यह समझौता 22 सितंबर, 2025 को एक हस्ताक्षर समारोह में औपचारिक रूप से हुआ, जिसमें दोनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इसका उद्देश्य उत्सर्जन को कम करने, परिचालन लागत को कम करने और सार्वजनिक परिवहन बुनियादी ढांचे में सुधार करने वाली इलेक्ट्रिक बसों को तैनात करके यूएई की 'नेट जीरो बाय 2050' रणनीतिक पहल का समर्थन करना है।
जेबीएम का योगदान
जेबीएम इलेक्ट्रिक व्हीकल्स वर्तमान में भारत में एक एकीकृत सुविधा में अपनी बसों का निर्माण करती है, जिसकी वार्षिक क्षमता 20,000 यूनिट है। इसकी बसों ने 200 मिलियन किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है, एक बिलियन से अधिक यात्रियों को सेवा दी है, 350 मिलियन लीटर से अधिक डीजल बचाया है, और एक बिलियन किलोग्राम से अधिक CO2 उत्सर्जन में कटौती की है। जेबीएम का अनुमान है कि यूएई साझेदारी 2.8 बिलियन किलोग्राम CO2 उत्सर्जन को कम करेगी, एक बिलियन लीटर से अधिक डीजल बचाएगी और 10 वर्षों में 1.6 बिलियन यात्रियों को सेवा देगी।
- शहरी परिवहन
- स्टाफ शटल
- स्कूल बसें
- हवाई अड्डा
- अंतर-शहर पर्यटक कोच
इन क्षेत्रों में ई-बसें संचालित होंगी। इनमें लिथियम-आयन बैटरी सिस्टम, सुरक्षा सुविधाएँ और यूएई की जलवायु के अनुकूल स्मार्ट चार्जिंग क्षमताएँ हैं। सहयोग में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और लीजिंग सेवाएं भी शामिल होंगी, जो फ्लीट ऑपरेटरों के लिए एक टर्नकी समाधान प्रदान करती हैं।
जेबीएम ऑटो के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक निशांत आर्य ने कहा कि यूएई एक रणनीतिक बाजार है और कंपनी सरकार के सतत विकास में योगदान करने के लिए उत्सुक है।