प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) में अर्जुन देशवाल का नाम खूब गूंज रहा है। जयपुर के एसएमएस इंडोर स्टेडियम में हरियाणा स्टीलर्स और तमिल थलाइवाज के बीच शनिवार को हुए मुकाबले में रोमांच अपने चरम पर था। स्टीलर्स ने 38-36 से जीत दर्ज की, लेकिन इस मुकाबले में अर्जुन देशवाल के प्रदर्शन ने सबका ध्यान खींचा।
हालांकि, स्टीलर्स के कोच मनप्रीत सिंह ने भी इतिहास रचा। वे पीकेएल में 100 जीत दर्ज करने वाले पहले कोच बन गए। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी।
मैच की शुरुआत में थलाइवाज ने दबदबा बनाया। अर्जुन देशवाल ने शुरुआती रेड में ही अंक बटोरे और स्टीलर्स के रेडर रोनक और हिमांशु के अनुशासित डिफेंस के सामने संघर्ष करते दिखे। अर्जुन ने तेजी से ऑल आउट कर थलाइवाज को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। उनकी आक्रामक रेड ने बार-बार डिफेंस में कमज़ोरियों को उजागर किया।
हालांकि, स्टीलर्स ने वापसी की कोशिश की। विनय ने शुरुआती झटकों के बाद लय पकड़ी और लगातार रेड से स्टीलर्स को मुकाबले में बनाए रखा। जयदीप ने समय पर टैकल कर मोईन शफागी और रोहित बेनीवाल के खतरे को कम किया। स्टीलर्स ने थलाइवाज की गलतियों का फायदा उठाया।
हाफ के मध्य में स्टीलर्स ने पलटवार करते हुए ऑल आउट किया। विनय और शिवम पटारे ने मिलकर निर्णायक रेड की, जबकि जयदीप ने डिफेंस लाइन को आक्रामक तरीके से संभाला। स्कोरबोर्ड पर दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली।
हाफ के आखिरी मिनटों में अर्जुन ने लगातार अंक बटोरकर हरियाणा के लिए मुश्किलें खड़ी कीं, लेकिन विनय की रेड ने सुनिश्चित किया कि स्टीलर्स ब्रेक तक मुकाबले में बने रहें। हाफटाइम से पहले, स्टीलर्स 25-16 के स्कोर के साथ आगे थे।
दूसरे हाफ में दोनों रेडिंग यूनिट ने शानदार प्रदर्शन किया। देशवाल ने अपनी लय बरकरार रखते हुए डिफेंडरों को आउट किया। एक समय पर उन्होंने जयदीप को भी आउट कर दिया।
अर्जुन देशवाल का प्रदर्शन: एक विश्लेषण
अर्जुन देशवाल ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी टीम को जीत नहीं दिला सके। उनकी रेडिंग स्किल्स और आक्रामकता काबिले तारीफ थी।
आगे क्या?
प्रो कबड्डी लीग में आगे और भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। देखना यह है कि क्या अर्जुन देशवाल अपनी टीम को जीत दिला पाते हैं या नहीं।