थाईलैंड: साइबर धोखाधड़ी के शिकार, चीनी गिरोह और ChatGPT का जाल

थाईलैंड, दक्षिण पूर्व एशिया में एक महत्वपूर्ण पारगमन केंद्र, आजकल एक चिंताजनक प्रवृत्ति का सामना कर रहा है। यहां, चीनी आपराधिक गिरोहों द्वारा संचालित साइबर धोखाधड़ी के जाल में फंसे लोगों की संख्या बढ़ रही है। ये गिरोह म्यांमार-थाई सीमा के आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय हैं, जहां वे जबरन लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर करते हैं।

हाल ही में, रॉयटर्स ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया कि कैसे ये गिरोह पीड़ितों को फंसाने के लिए ChatGPT जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का उपयोग कर रहे हैं। ओकिंडो नामक एक पीड़ित, जिसे बैंकॉक में एक घोटाले के अड्डे से बचाया गया, ने बताया कि उसे और अन्य लोगों को अमेरिकी रियल एस्टेट एजेंटों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए लुभाने के लिए ChatGPT का उपयोग करने के लिए मजबूर किया गया था।

'पिग-बटचरिंग' क्रिप्टो घोटाला

इस धोखाधड़ी को 'पिग-बटचरिंग' के रूप में जाना जाता है, जिसमें धोखेबाज पहले पीड़ितों का विश्वास जीतते हैं और फिर उनकी गाढ़ी कमाई लूट लेते हैं। ओकिंडो ने बताया कि ChatGPT की मदद से, वे नए-नए तरीके खोजते थे जिससे पहले ठगे जा चुके लोग भी दोबारा धोखा खा जाते थे। उसने कहा, "एआई के साथ काम करना वास्तव में बहुत कुशल था।"

थाईलैंड: एक पारगमन केंद्र

थाईलैंड इन गिरोहों के लिए एक महत्वपूर्ण पारगमन केंद्र बन गया है। यहां के हवाई अड्डों पर, कथित आव्रजन अधिकारी भी इन आपराधिक गिरोहों के साथ मिले हुए हैं, जो पीड़ितों को फंसाने में मदद करते हैं।

  • पीड़ितों को झूठे वादे करके थाईलैंड बुलाया जाता है।
  • हवाई अड्डे पर, उन्हें धोखे से गिरोह के सदस्यों को सौंप दिया जाता है।
  • फिर उन्हें म्यांमार में स्थित घोटाला केंद्रों में ले जाया जाता है।

इन केंद्रों में, पीड़ितों को ऑनलाइन धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया जाता है। यदि वे इनकार करते हैं, तो उन्हें क्रूर सजा दी जाती है।

निष्कर्ष

थाईलैंड में साइबर धोखाधड़ी का यह जाल एक गंभीर समस्या है, जिसके लिए तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। सरकार और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को मिलकर इन आपराधिक गिरोहों को खत्म करने और पीड़ितों को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

Compartir artículo