भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी संगठनों में खौफ का माहौल है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन अब अपने ठिकानों को खैबर पख्तूनख्वा (KPK) प्रांत की ओर स्थानांतरित कर रहे हैं।
क्यों भागे आतंकी PoK से?
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने PoK में स्थित आतंकी कैंपों को निशाना बनाया था। इससे इन आतंकी संगठनों को भारी नुकसान हुआ। पहले ये संगठन PoK में ही अपने ट्रेनिंग कैंप और भर्ती केंद्र चलाते थे।
मरकज तैयबा: आतंक का अड्डा
मरकज तैयबा वही कैंप है जहां से मुंबई हमलों के आरोपी अजमल कसाब और डेविड हेडली ने प्रशिक्षण लिया था। इसके अलावा सियालकोट, मुजफ्फराबाद, कोटली, भिंबर और अन्य इलाकों में भी भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया।
पाकिस्तान सरकार की भूमिका?
खुफिया सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान सरकार भी इन आतंकी संगठनों को मदद कर रही है। यह देखना होगा कि पाकिस्तान सरकार आतंकियों को खैबर पख्तूनख्वा में छिपने में कितनी मदद करती है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकियों का ठिकाना बदलना भारत की कूटनीतिक और सैन्य सफलता का प्रमाण है। यह पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने के खिलाफ एक कड़ा संदेश भी है।
आगे देखना होगा कि भारतीय सेना इस बदलती स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया करती है और क्या नए ठिकानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।