स्कूलों में रैगिंग: छात्रों के साथ मारपीट, पुलिस में शिकायत दर्ज

भारत में स्कूलों में रैगिंग की घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। हाल ही में, केरल के तिरुवनंतपुरम और इडुक्की जिलों से रैगिंग और मारपीट की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें जूनियर छात्रों को सीनियर छात्रों द्वारा प्रताड़ित किया गया।

तिरवुवनंतपुरम: सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्र की पिटाई

तिरुवनंतपुरम के कडककावूर में, एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एसएनवी स्कूल के बारहवीं कक्षा के छात्रों ने ग्यारहवीं कक्षा के एक छात्र को कथित तौर पर पीटा। पीड़ित के माता-पिता ने कडककावूर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनके बेटे को इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने सीनियर छात्रों को 'घूर' दिया था। शिकायत के अनुसार, लड़के को जमीन पर गिराकर लात मारी गई, पीटा गया और छड़ी से भी मारा गया। पीड़ित के माता-पिता ने स्कूल प्रशासन पर भी आरोप लगाया है कि उन्होंने हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और न ही घायल छात्र को कोई चिकित्सा सहायता प्रदान की। पीड़ित छात्र ने 20 जुलाई को ही स्कूल में दाखिला लिया था।

इडुक्की: एमएसएफ नेता पर छात्र को पीटने का आरोप

इसी तरह की एक घटना इडुक्की जिले के थोडुपुझा गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल में हुई, जहां एमएसएफ (मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन) के एक क्षेत्रीय अध्यक्ष पर एक जूनियर छात्र को पीटने का आरोप लगा है। आरोपी, अल अमीन पर आरोप है कि उसने एक ग्यारहवीं कक्षा के छात्र को रोका और पीटा। घटना के बाद अमीन को 15 दिनों के लिए स्कूल से निलंबित कर दिया गया है। पीड़ित की मां ने डर व्यक्त किया है कि उसके बेटे को और भी अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ सकता है।

ये घटनाएं स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। यह जरूरी है कि स्कूल प्रशासन रैगिंग और हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए और छात्रों के लिए एक सुरक्षित और अनुकूल माहौल सुनिश्चित करे। पुलिस इन मामलों की जांच कर रही है।

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