कोपा लिबर्टाडोरेस के क्वार्टर फाइनल में फ़्लेमेंगो और एस्टुडीअंटस के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें कई रोमांचक पल देखने को मिले। माराकाना स्टेडियम में खेले गए इस मैच में फ़्लेमेंगो ने एस्टुडीअंटस को कड़ी टक्कर दी।
शुरुआती मिनटों में फ़्लेमेंगो का दबदबा
मैच की शुरुआत में ही फ़्लेमेंगो ने अपना दबदबा बना लिया। पेड्रो ने खेल के सिर्फ 14 सेकंड में गोल करके फ़्लेमेंगो को 1-0 की बढ़त दिला दी। यह गोल फ़्लेमेंगो के इतिहास में कोपा लिबर्टाडोरेस का सबसे तेज़ गोल था।
इसके बाद, गुइलेर्मो वरेला ने 9वें मिनट में एक और गोल करके फ़्लेमेंगो को 2-0 से आगे कर दिया। एस्टुडीअंटस की टीम शुरुआती झटकों से उबर नहीं पाई और पहले हाफ में फ़्लेमेंगो का दबदबा बना रहा।
एस्टुडीअंटस की वापसी की कोशिश
दूसरे हाफ में एस्टुडीअंटस ने वापसी करने की कोशिश की, लेकिन फ़्लेमेंगो की रक्षा पंक्ति काफी मजबूत थी। एस्टुडीअंटस के खिलाड़ियों ने कुछ अच्छे मौके बनाए, लेकिन वे उन्हें गोल में बदलने में नाकाम रहे।
फ़्लेमेंगो के मिडफ़ील्डर जॉर्जियन डी अरास्काएटा ने शानदार प्रदर्शन किया और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। वहीं, एस्टुडीअंटस के गोलकीपर फर्नांडो मुस्लेरा ने भी कई शानदार बचाव किए।
परिणाम और आगे की राह
फ़्लेमेंगो ने एस्टुडीअंटस को 2-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल के पहले चरण में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली है। अब एस्टुडीअंटस को अगले मैच में शानदार प्रदर्शन करके सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
यह मुकाबला दोनों टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा का प्रतीक था और आगे भी ऐसे ही रोमांचक मैचों की उम्मीद है।
- फ़्लेमेंगो ने कोपा लिबर्टाडोरेस में सबसे तेज़ गोल किया।
- एस्टुडीअंटस को अगले मैच में वापसी करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
- जॉर्जियन डी अरास्काएटा ने फ़्लेमेंगो के लिए शानदार प्रदर्शन किया।