पुणे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर की मां, मनोरमा खेड़कर, एक अपहरण मामले में विवादों में घिर गई हैं। राबले पुलिस ने एक अपहृत ड्राइवर को उनके पुणे स्थित आवास पर ट्रैक किया, जहां उन्होंने कथित तौर पर बचाव अभियान में बाधा डाली। पुलिस ने उन्हें आगे की पूछताछ के लिए बुलाया है।
यह मामला तब सामने आया जब नवी मुंबई के 22 वर्षीय निवासी प्रह्लाद कुमार द्वारा संचालित एक मिक्सर ट्रक मुलुंड-ऐरोली रोड पर MH-12 RT-5000 नंबर की कार से टकरा गया।
मामूली दुर्घटना के बाद, कार से दो लोगों ने कथित तौर पर कुमार को अपनी गाड़ी में जबरदस्ती बैठा लिया, यह दावा करते हुए कि वे उसे पुलिस स्टेशन ले जा रहे हैं। इसके बजाय, उसे लगभग 150 किलोमीटर दूर पुणे ले जाया गया और एक कमरे में बंद कर दिया गया।
कुमार बाद में शिकायत दर्ज कराने में सफल रहा, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया। जांच के दौरान, पुलिस ने घटना में शामिल वाहन का पता लगाया। यह पुणे में निलंबित अधिकारी पूजा खेड़कर के आवास पर पार्क किया हुआ पाया गया। पुलिस टीम ने कुमार को परिसर से बचाया।
हालांकि, ऑपरेशन बिना किसी हंगामे के समाप्त नहीं हुआ। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मनोरमा खेड़कर ने घर पर हंगामा किया, कथित तौर पर दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया, टीम के साथ दुर्व्यवहार किया और उनके काम में बाधा डाली।
उनकी हरकतों से बचाव में देरी हुई और जांच में बाधा आई। उन्हें अब राबले पुलिस के सामने पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कहा गया है। इसके अलावा, पुणे में चतुश्रृंगी पुलिस स्टेशन ड्यूटी पर तैनात सरकारी अधिकारियों को बाधित करने के लिए उनके खिलाफ एक अलग मामला दर्ज करने की तैयारी कर रहा है।
शामिल वाहन, एक टोयोटा लैंड क्रूजर, पूजा ऑटोमोबाइल के तहत पंजीकृत है, जो खेड़कर से जुड़ी एक व्यावसायिक इकाई है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और जांच जारी है।
मुख्य बातें:
- पूर्व आईएएस पूजा खेड़कर की मां पर अपहरण के मामले में बाधा डालने का आरोप।
- पीड़ित को पुणे में खेड़कर के आवास पर पाया गया।
- पुलिस ने मनोरमा खेड़कर को पूछताछ के लिए बुलाया।
- सरकारी अधिकारियों को बाधित करने के लिए एक अलग मामला दर्ज करने की तैयारी।
आगे क्या होगा?
यह देखना होगा कि जांच में आगे क्या खुलासा होता है और क्या मनोरमा खेड़कर के खिलाफ कोई आरोप लगाए जाते हैं। यह मामला निश्चित रूप से पुणे में चर्चा का विषय बना हुआ है।