उत्तराखंड में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है, जिसके कारण देहरादून सहित छह जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश के कई क्षेत्रों में घने बादल छाए हुए हैं और जोरदार बारिश की आशंका है। पिछले कुछ दिनों से कमजोर पड़े मानसून के तेवर फिर तल्ख होने लगे हैं। उत्तराखंड के पहाड़ से मैदान तक बादलों ने डेरा डाल लिया है और कहीं-कहीं झमाझम वर्षा भी दर्ज की जा रही है। शुक्रवार को दिनभर बादल छाये रहने के साथ ही तीव्र बौछारों के दौर होते रहे।
मौसम विज्ञान केंद्र ने सितंबर के महीने में बारिश के लगातार आसार जताए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर के मुताबिक सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। इसका सबसे बड़ा कारण है बंगाल की खाड़ी और अरब महासागर से आने वाला वेस्टर्न डिस्टरबेंस।
उत्तराखंड में मानो मानसून ठीक होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही बारिश से पूरा प्रदेश आपदा का दंश झेल रहा है। कहीं पहाड़ गिर रहे हैं तो कहीं सड़कें धंस रही हैं और यही नहीं कहीं अचानक से बाढ़ भी आ जा रही है। ऐसे में लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। इस बीच मौसम विभाग ने परेशान करने वाली चेतावनी जारी कर दी है। उत्तराखंड के लोगों को बारिश से जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
क्या करें?
- मौसम विभाग की सलाह का पालन करें।
- सुरक्षित स्थानों पर रहें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें।
- जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें।
कब तक रहेगी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, 15 सितंबर से मानसून की विदाई शुरू होने की संभावना है। हालांकि, बारिश का सिलसिला कुछ दिनों तक जारी रह सकता है।