अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आगामी वनडे विश्व कप के लिए एक अभूतपूर्व निर्णय लिया है। पहली बार, टूर्नामेंट में सभी अधिकारी महिलाएं होंगी। यह कदम क्रिकेट के इतिहास में लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह विश्व कप भारत और श्रीलंका में इस महीने के अंत में शुरू होने वाला है।
महिला अंपायरों का पैनल
आईसीसी ने जिन महिला अंपायरों को नियुक्त किया है, उनमें वृंदा राठी, एन जननी और गायत्री वेणुगोपालन जैसे भारतीय नाम भी शामिल हैं। यह भारत के लिए गर्व की बात है कि उसकी महिला अंपायरों को इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।
टूर्नामेंट की शुरुआत 30 सितंबर को गुवाहाटी में भारत और श्रीलंका के बीच मुकाबले से होगी। यह मैच न केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांचक होगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक होगा।
'विल टू विन' अभियान
आईसीसी ने महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 से पहले 'विल टू विन' नामक एक अभियान भी शुरू किया है। यह अभियान महिला क्रिकेटरों के दृढ़ संकल्प, बलिदान और लचीलेपन की भावना को दर्शाता है। इस अभियान के फिल्म संस्करण में स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर, चमारी अथापथ्थु, एलिस पेरी, मरिज़ान केप्प, निगार सुल्ताना जोटी, मेलिए केर और नैट सिवर-ब्रंट जैसी वैश्विक सितारे शामिल हैं।
महिला क्रिकेट का भविष्य
आईसीसी का यह निर्णय महिला क्रिकेट के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे न केवल महिला अंपायरों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि युवा लड़कियों को भी क्रिकेट में करियर बनाने के लिए प्रेरणा मिलेगी। यह खेल में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में और अधिक महिलाएं क्रिकेट में अपना योगदान देंगी।
- महिला अंपायरों की नियुक्ति से क्रिकेट में लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलेगा।
- 'विल टू विन' अभियान महिला क्रिकेटरों को प्रेरित करेगा।
- युवा लड़कियों को क्रिकेट में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।