AIIMS दिल्ली ने लॉन्च किया 'नेवर अलोन' ऐप, छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए बड़ी पहल

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली ने छात्रों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अभिनव पहल की है। संस्थान ने 'नेवर अलोन' नामक एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर लॉन्च किया गया।

'नेवर अलोन' ऐप छात्रों को 24 घंटे मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करेगा। यह ऐप व्हाट्सएप के माध्यम से वर्चुअल और ऑफलाइन परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराएगा, जिससे छात्र मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों से आसानी से जुड़ सकेंगे।

ऐप की विशेषताएं

  • 24/7 वर्चुअल और ऑफलाइन परामर्श
  • व्यक्तिगत और सुरक्षित मानसिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग
  • व्हाट्सएप के माध्यम से आसान पहुंच
  • सस्ती कीमत: संस्थानों के लिए प्रति छात्र प्रतिदिन केवल 70 पैसे

AIIMS दिल्ली के मनोचिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. नंद कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आत्महत्या से जुड़े सामाजिक कलंक को कम करना और छात्रों के बीच जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 2022 में भारत में 1.7 लाख से अधिक लोगों ने आत्महत्या की, जिनमें 18-30 वर्ष के युवाओं की संख्या 35 प्रतिशत थी।

कार्यक्रम का विस्तार

यह कार्यक्रम AIIMS दिल्ली के साथ-साथ AIIMS भुवनेश्वर और इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड एलाइड साइंसेज (IHBAS), शाहदरा में भी शुरू किया गया है। डॉ. कुमार ने बताया कि सभी AIIMS संस्थानों को यह सेवा मुफ्त में मिलेगी, जिसे ग्लोबल सेंटर ऑफ इंटीग्रेटिव हेल्थ (GCIH) द्वारा सुगम बनाया जाएगा।

डॉ. दीपक चोपड़ा, जो एक प्रसिद्ध AIIMS पूर्व छात्र हैं और इंटीग्रेटिव हेल्थ के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं, इस गैर-लाभकारी पहल का समर्थन और मार्गदर्शन कर रहे हैं। 'नेवर अलोन' ऐप छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और उन्हें आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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