16 वर्षीय अभिमन्यु मिश्रा ने विश्व चैंपियन डी गुकेश को हराया, रचा इतिहास!

भारतीय मूल के अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु मिश्रा ने इतिहास रच दिया है! 16 वर्षीय अभिमन्यु मिश्रा ने FIDE ग्रैंड स्विस के पांचवें दौर में मौजूदा विश्व चैंपियन डी गुकेश को हराकर सनसनी फैला दी है। वे क्लासिकल शतरंज में किसी मौजूदा चैंपियन को हराने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं।

यह जीत अभिमन्यु मिश्रा के करियर की सबसे बड़ी जीतों में से एक है। गुकेश की परेशानी 12वीं चाल के बाद शुरू हुई जब उन्होंने अपने जी प्यादे को जी4 पर धकेला। यह एक इटैलियन ओपनिंग थी जिसमें मिश्रा ने अपने शानदार प्रतिद्वंद्वी को चौंका दिया और भारतीय मूल के अमेरिकी द्वारा एक मोहरे की बलि ने गुकेश को शुरुआती मध्य खेल में गहरी परेशानी में डाल दिया।

हालांकि, अपनी जीत से मिश्रा पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने कहा, "भले ही मैं जीत गया, लेकिन यह उतना सुखद नहीं लग रहा जितना टूर्नामेंट में मेरे पिछले खेल थे। यह बहुत साफ खेल नहीं था।"

उन्होंने आगे कहा, "लेकिन टूर्नामेंट मेरी कल्पना से भी बेहतर चल रहा है। अगर मैं इस फॉर्म को बनाए रखता हूं तो मेरे पास टूर्नामेंट जीतने का बहुत वास्तविक मौका है। कल भी, मैंने प्रग्ग के खिलाफ कुछ गलतियाँ कीं। लेकिन मुझे कभी नहीं लगा कि मैं इन खिलाड़ियों (गुकेश और प्रग्ग) से हीन हूं। मुझे लगता है कि मैं उनके बराबर हूं।"

गुकेश के हमवतन आर प्रज्ञानानंद के लिए भी यह एक खराब दिन था क्योंकि उन्हें जर्मनी के मथियास ब्लूbaum से चौंकाने वाली हार का सामना करना पड़ा।

अभिमन्यु मिश्रा: एक उभरता सितारा

अभिमन्यु मिश्रा पहले से ही शतरंज के इतिहास में ग्रैंडमास्टर को हराने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। अब, विश्व चैंपियन को हराकर, उन्होंने शतरंज की दुनिया में अपनी जगह पक्की कर ली है। उनकी उम्र को देखते हुए, निश्चित रूप से यह कहना सुरक्षित है कि अभिमन्यु मिश्रा शतरंज की दुनिया में एक उभरता हुआ सितारा हैं!

आगे क्या?

यह देखना दिलचस्प होगा कि अभिमन्यु मिश्रा का करियर आगे कैसे बढ़ता है। क्या वह विश्व चैंपियन बन सकते हैं? केवल समय ही बताएगा। लेकिन एक बात निश्चित है: अभिमन्यु मिश्रा एक ऐसा नाम है जिसे शतरंज के प्रशंसक आने वाले कई वर्षों तक याद रखेंगे।

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