पंजाब में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। लुधियाना में सतलुज नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिसके कारण सरसाली बांध पर भारी दबाव है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है क्योंकि बांध के टूटने का खतरा बढ़ गया है, जिससे आसपास के कई गांवों के डूबने की आशंका है।
सतलुज का बढ़ता जलस्तर: सरसाली बांध पर खतरा
पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण सतलुज नदी में पानी का बहाव काफी तेज हो गया है। इस तेज बहाव के कारण लुधियाना के पूर्वी हिस्से में बने सरसाली बांध पर दबाव बढ़ गया है। बांध और नदी के बीच की मिट्टी खिसकने लगी है, जिससे बांध में दरार आने की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासन की तत्परता
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लुधियाना प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की है। बांध के पास सेना और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। पुलिस आयुक्त स्वप्न शर्मा और जिला उपायुक्त हिमांशु जैन खुद बांध पर मौजूद हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
अमृतसर में धुस्सी बांध की मरम्मत
इसी तरह, अमृतसर में रावी नदी में बाढ़ के कारण धुस्सी बांध में आई दरार को भरने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रशासन घोहनेवाला और कोट राजदा गांवों में जेसीबी और अन्य मशीनों की मदद से बांध को मजबूत करने में जुटा है।
फिरोजपुर में हजारों लोगों का सहयोग
फिरोजपुर के सीमावर्ती गांव हबीबके पास धुस्सी बांध को मजबूत करने के लिए हजारों लोग जुटे हुए हैं। ग्रामीण बांध को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि इसके टूटने से फिरोजपुर को भारी नुकसान हो सकता है। फरीदकोट और कोटकपूरा से लोग लंगर लेकर पहुंच रहे हैं, जो इस मुश्किल घड़ी में एकजुटता का प्रतीक है।
यह स्थिति पूरे पंजाब में नदियों के किनारे रहने वाले लोगों के लिए चिंता का विषय है। प्रशासन को सतर्क रहने और बाढ़ से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।