मोरक्को 2030 फीफा विश्व कप की मेजबानी के लिए अपनी तैयारियों को लेकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। स्पेन और पुर्तगाल के साथ सह-मेजबान के रूप में, मोरक्को निर्धारित समय सीमा के अनुसार स्टेडियमों और संबंधित सुविधाओं के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। फीफा द्वारा निर्धारित न्यूनतम आवश्यकताओं का 70% से अधिक पहले ही पूरा किया जा चुका है, जो देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हाल ही में, क्राउन प्रिंस मौले हसन ने रबात में प्रिंस मौले अब्दुल्ला स्टेडियम के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। यह स्टेडियम देश की सबसे प्रभावशाली वास्तुशिल्प कृतियों में से एक है और 2030 विश्व कप के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल होगा।
क्राउन प्रिंस मौले हसन ने श्रमिकों को सराहा
उद्घाटन समारोह के दौरान, क्राउन प्रिंस मौले हसन ने स्टेडियम के निर्माण में शामिल श्रमिकों को व्यक्तिगत रूप से बधाई दी और उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने इस परियोजना में उनके समर्पण और कड़ी मेहनत की सराहना की। इस अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षा, पूर्वस्कूली और खेल मंत्री साद बर्रादा, रॉयल मोरक्कन फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष फौजी लेकजा, रबात-साले-केनीत्रा क्षेत्र के वाली मोहम्मद एल याकौबी और पूर्व फुटबॉलर जिनेदिन जिदान सहित खेल जगत की कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं।
स्टेडियम निर्माण में तेजी
मोरक्को सरकार 2030 विश्व कप को सफल बनाने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। स्टेडियमों के निर्माण के अलावा, परिवहन, आवास और संचार जैसी अन्य सुविधाओं को भी उन्नत किया जा रहा है। मोरक्को का लक्ष्य एक विश्व स्तरीय आयोजन की मेजबानी करना है जो देश की संस्कृति और आतिथ्य को प्रदर्शित करे।
- स्टेडियमों का निर्माण 70% से अधिक पूरा।
- क्राउन प्रिंस मौले हसन ने श्रमिकों को सराहा।
- बुनियादी ढांचे के विकास पर सरकार का जोर।
2030 विश्व कप की तैयारी में मोरक्को की प्रगति उत्साहजनक है, और देश निश्चित रूप से दुनिया भर के फुटबॉल प्रशंसकों के लिए एक यादगार अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार है।