संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सर्वोत्तम प्रथाओं के भंडार के रूप में एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है। यूपीएससी के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने 27 राज्य लोक सेवा आयोगों (SPSC) के अध्यक्षों और सदस्यों के साथ एक आभासी बैठक के दौरान इस महत्वाकांक्षी पहल की घोषणा की।
डॉ. कुमार ने कहा कि प्रस्तावित उत्कृष्टता केंद्र एसओपी, नवाचारों और सीखों के एक ज्ञान केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जिससे न केवल यूपीएससी और राज्य पीएससी बल्कि अन्य राष्ट्रीय भर्ती निकायों को भी लाभ होगा। यह केंद्र, यूपीएससी और विभिन्न राज्य पीएससी द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं को संग्रहीत और प्रसारित करने के लिए एक केंद्रीय मंच के रूप में काम करेगा। इसका उद्देश्य भर्ती प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना, दक्षता बढ़ाना और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है।
उन्होंने प्रतिभा सेतु पोर्टल की सफलता पर भी प्रकाश डाला, जो उन उम्मीदवारों को अवसर प्रदान करता है जो यूपीएससी साक्षात्कार चरण तक पहुंचे लेकिन अंतिम सूची में जगह नहीं बना सके। प्रतिभा सेतु पोर्टल ऐसे उम्मीदवारों को विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों में रोजगार के अवसर तलाशने में मदद करता है। यह पोर्टल, यूपीएससी द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल है, जो यह सुनिश्चित करती है कि प्रतिभाशाली उम्मीदवारों को उनकी क्षमता के अनुसार अवसर मिलें।
यह उत्कृष्टता केंद्र, यूपीएससी की कार्यप्रणाली को और अधिक कुशल और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल यूपीएससी और राज्य पीएससी को लाभ होगा, बल्कि यह देश के युवाओं के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण में भी सहायक होगा।
उत्कृष्टता केंद्र के संभावित लाभ:
- भर्ती प्रक्रियाओं का मानकीकरण
- दक्षता में वृद्धि
- पारदर्शिता को बढ़ावा देना
- ज्ञान साझा करना
- बेहतर उम्मीदवार चयन
आगे की राह
यूपीएससी, राज्य पीएससी और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना और संचालन के लिए एक विस्तृत योजना विकसित करने की प्रक्रिया में है। इस योजना में केंद्र की संरचना, कार्य, संसाधन और शासन शामिल होंगे। उम्मीद है कि यह केंद्र जल्द ही काम करना शुरू कर देगा और देश में भर्ती प्रक्रियाओं में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।