प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माताजी के खिलाफ कथित अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। इस विवाद में अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए कहा है कि दूसरों को नसीहत देने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
रोहिणी आचार्य ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भी जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को बेवजह तूल दे रही है और असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। आचार्य ने यह बयान दरभंगा में कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दिए गए कथित अपशब्दों के संदर्भ में दिया है।
भाजपा ने इस मामले को लेकर 4 सितंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है, जिससे राज्य में राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है। रोहिणी आचार्य के इस बयान के बाद विवाद और गहराने की आशंका है।
विवाद की जड़
यह पूरा विवाद दरभंगा में कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दिए गए कुछ कथित अपशब्दों से शुरू हुआ। भाजपा का आरोप है कि इन अपशब्दों का इस्तेमाल प्रधानमंत्री मोदी और उनकी माताजी के लिए किया गया था।
रोहिणी आचार्य का जवाब
रोहिणी आचार्य ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी हमेशा महिलाओं का सम्मान करती है और किसी भी तरह के अभद्र भाषा का समर्थन नहीं करती है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रही है और जनता को गुमराह कर रही है।
- रोहिणी आचार्य ने पीएम मोदी को नसीहत दी.
- भाजपा पर लगाया मुद्दे को तूल देने का आरोप.
- बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज.