आईटीआर फाइलिंग की अंतिम तिथि बढ़ी? करदाताओं के लिए राहत!

आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की अंतिम तिथि को लेकर करदाताओं के बीच चिंता बढ़ रही है। राजस्थान के कर सलाहकारों ने ई-फाइलिंग पोर्टल में तकनीकी खामियों, नवरात्रि और दशहरा के त्योहारों और आईसीएआई के नए प्रारूप के कारण आईटीआर फाइलिंग की समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है।

आईटीआर फाइलिंग की समय सीमा बढ़ाने की मांग

राजस्थान टैक्स कंसल्टेंट एसोसिएशन (आरटीसीए) ने ई-फाइलिंग पोर्टल में कई मुद्दों, टैक्स ऑडिट फॉर्म जारी करने में देरी और गैर-कॉर्पोरेटों के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के नए प्रारूप के कारण आईटीआर फाइलिंग और टैक्स ऑडिट की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है।

आरटीसीए ने 1 सितंबर, 2025 को वित्त मंत्रालय और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को एक प्रतिनिधित्व भेजा, जिसमें इन समस्याओं पर प्रकाश डाला गया और यह बताया गया कि करदाताओं पर जुर्माना लगाने से बचने के लिए समय सीमा बढ़ाना क्यों महत्वपूर्ण है।

अन्य संगठनों ने भी उठाई आवाज

इसी तरह, चंडीगढ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स टैक्सेशन एसोसिएशन (सीसीएटीएएक्स) और गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) ने भी इसी तरह की चिंताएं जताई हैं और समय सीमा को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। व्यक्तिगत करदाताओं के लिए आईटीआर फाइलिंग की मूल अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2025 थी, जिसे बढ़ाकर 15 सितंबर, 2025 कर दिया गया था। लेकिन टैक्स ऑडिट की अंतिम तिथि अभी भी 30 सितंबर, 2025 है और इसे अभी तक बढ़ाया नहीं गया है।

आरटीसीए अध्यक्ष का बयान

आरटीसीए के अध्यक्ष चार्टर्ड अकाउंटेंट रतन गोयल ने विशेष रूप से ईटी वेल्थ ऑनलाइन को बताया: "अनिश्चित परिस्थितियों और आयकर अधिनियम, 1961 के प्रावधानों की पूरी तैयारी और अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता को देखते हुए, हम अधिक सटीक और समय पर जमा करने की सुविधा के लिए नियत तारीख को बढ़ाने का सम्मानपूर्वक अनुरोध करते हैं।"

क्या सरकार करदाताओं की सुनेगी और आईटीआर फाइलिंग की समय सीमा बढ़ाएगी? इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। यदि समय सीमा बढ़ाई जाती है, तो यह करदाताओं के लिए एक बड़ी राहत होगी।

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