इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Ltd) ने हाल ही में डिविडेंड को लेकर घोषणाएं की हैं। इन घोषणाओं का निवेशकों पर सीधा असर पड़ेगा। आइए जानते हैं कि इन कंपनियों ने डिविडेंड को लेकर क्या फैसले लिए हैं और इसका निवेशकों पर क्या प्रभाव होगा।
IOCL का डिविडेंड: शेयरधारकों की मंजूरी का इंतजार
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) अपने शेयरधारकों से वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अंतिम डिविडेंड पर मंजूरी लेने वाली है। कंपनी की 66वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) 30 अगस्त, 2025 को होनी है। इस बैठक में बोर्ड द्वारा प्रस्तावित डिविडेंड भुगतान पर अंतिम मुहर लगेगी। कंपनी पहले ही 5 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित कर चुकी है। उम्मीद है कि अंतिम डिविडेंड को मंजूरी मिलने के बाद, वित्तीय वर्ष 25 के लिए कुल डिविडेंड पिछले वित्तीय वर्ष से अधिक होगा। यह कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
IOCL का वित्तीय प्रदर्शन
IOCL ने पिछले वित्तीय वर्ष में मजबूत रिफाइनिंग मार्जिन, बेहतर मार्केटिंग प्रदर्शन और ईंधन सेगमेंट में स्थिर मांग के कारण अच्छा प्रदर्शन किया है। कंपनी ने पहले ही इस साल 5 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया था, जिससे निवेशकों को फायदा हुआ। कंपनी का Q1 FY26 का समेकित शुद्ध लाभ 6,813.7 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल 93% अधिक है।
Oil India का डिविडेंड: ₹1.50 प्रति शेयर
ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Ltd) ने घोषणा की है कि वह 18 अक्टूबर को ₹1.50 का डिविडेंड देगी, जो पिछले साल के डिविडेंड से कम है। हालांकि, उपज अभी भी उद्योग के औसत से ऊपर 2.8% है।
क्या Oil India का भुगतान टिकाऊ है?
ऑयल इंडिया आसानी से डिविडेंड को कवर करने के लिए पर्याप्त कमाई कर रही है, लेकिन कमजोर नकदी प्रवाह एक चिंता का विषय है। कंपनी किसी भी नकदी को नहीं ला रही है, शेयरधारकों को भुगतान करना किसी बिंदु पर मुश्किल हो जाएगा।
Oil India के भविष्य की संभावनाएं
आगे देखते हुए, अगले वर्ष तक प्रति शेयर आय में 18.2% की वृद्धि होने का अनुमान है। हमारा मानना है कि अगले साल तक भुगतान अनुपात 26% हो सकता है, जो कि एक टिकाऊ सीमा में है।
- IOCL शेयरधारकों की मंजूरी का इंतजार कर रही है।
- Oil India ने ₹1.50 प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा की है।
- निवेशकों को इन कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर रखनी चाहिए।