चंडीगढ़ में भारी बारिश से तबाही: जनजीवन अस्त-व्यस्त
चंडीगढ़, जिसे 'सिटी ब्यूटीफुल' के नाम से जाना जाता है, हाल ही में भारी बारिश की चपेट में आ गया। लगातार बारिश के कारण शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कें तालाबों में तब्दील हो गईं, वाहनों का आवागमन बाधित हो गया, और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और भी खराब होने की आशंका है। प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
प्रमुख सड़कें जलमग्न, यातायात बाधित
शहर की प्रमुख सड़कें, सचिवालय और अन्य महत्वपूर्ण इलाके बारिश के पानी से जलमग्न हो गए हैं। ड्रेनेज सिस्टम चोक हो गया है, जिससे जलभराव की समस्या और बढ़ गई है। लगातार बारिश के कारण पंजाब हरियाणा सचिवालय की पार्किंग में भी पानी भर गया है। शहर के कई चौकों पर जलभराव की स्थिति होने से आवाजाही प्रभावित हो रही है।
ईटीवी भारत की रिपोर्ट के अनुसार, चंडीगढ़ में इस सीजन में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। जलभराव की स्थिति पर प्रशासन नजर रख रहा है।
सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, चंडीगढ़ में मानसून ने 700 एमएम बारिश का आंकड़ा पार कर लिया है, जो सामान्य से 82% अधिक है। सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के कारण कभी भी फ्लड गेट खोले जा सकते हैं, जिसके चलते प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
क्या है इस भारी बारिश का कारण?
भारी बारिश का मुख्य कारण मानसून का सक्रिय होना बताया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी हवाएं चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में भारी बारिश ला रही हैं। इसके साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ भी इस क्षेत्र में सक्रिय है, जो बारिश को और बढ़ा रहा है।
- घरों में रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
- बिजली के खंभों और तारों से दूर रहें।
- बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूर रहें।
- स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।